सात महीने समंदर में बिल्ली के साथ भटकता रहा नाविक...

गुरुवार, 28 दिसंबर 2017 (11:21 IST)
फ्रांसीसी तट रक्षकों को हिंद महासागर में एक पोलिश नाविक मिला है। नाविक का कहना है कि टूटी फूटी नाव पर वह अपनी बिल्ली के साथ सात महीने से समंदर में भटक रहा था। लेकिन वह जिंदा कैसे रहा, जानिए।
 
जांचकर्ता समझने की कोशिश कर रहे हैं कि 54 वर्ष का यह व्यक्ति कहां से चला और कहां आ पहुंचा। उसका कहना है कि मई में मोजाम्बिक के तट के पास कोमोरो द्वीप से एक कामचलाऊ सी नौका में वह दक्षिण अफ्रीका जाने के लिए निकला था।
 
दो हजार किलोमीटर के इस सफर में उसे मोजाम्बिक चैनल में दक्षिण की तरफ नीचे की ओर जाना था। मोजाम्बिक चैनल एक व्यस्त शिपिंग रूट है और इसमें उठने वाली लहरें इस नाविक की नौका के लिए बेहद शक्तिशाली थीं। दक्षिण अफ्रीका की बजाय लहरें उसे कहीं और ही ले गईं और वह रविवार को फ्रांसीसी तट रक्षकों को फ्रांस के रियूनियन द्वीप के पास मिला। 
 
मोजाम्बिक और रियूनियन के बीच मैडागास्कर पड़ता है जो दुनिया का चौथा सबसे बड़ा द्वीप है। इस नाविक का कहना है कि वह और उसकी बिल्ली हर दिन आधे पैकेट चीनी सूप पर जिंदा रहे। साथ ही वह समंदर से कुछ मछलियां पकड़ लेता था। फ्रांस की एसएनएसएम कोस्ट गार्ड सर्विस का कहना है कि इस व्यक्ति की नौका पर मौजूद सभी उपकरण खराब हो चुके थे इसलिए उसके पास किसी से संपर्क साधने का कोई तरीका नहीं था।
 
इस व्यक्ति का कहना है कि उसने अपना यह सफर 2014 में शुरू किया था, जब उसने अमेरिका में अपने घर से भारत तक का सफर किया था और उसने वापस पोलैंड जाने के इरादे से इस नौका को खरीदा था। उसने खुद ही नौका में थोड़े बहुत बदलाव किए। लेकिन जैसे ही उसने पोर्ट को छोड़ा तो नाव टूट गई क्योंकि इसके मस्तूल में समस्या थी।
 
एके/ओएसजे (एएफपी)

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