डेनमार्क का आधिकारिक नाम किंगडम ऑफ डेनमार्क यानी डेनमार्क साम्राज्य है। यहां पर संसदीय राजव्यवस्था है लेकिन ये एक गणराज्य ना होकर साम्राज्य है। महारानी मार्गरेथे 1972 से देश की शासक हैं। वही देश की मुखिया भी हैं। डेनमार्क में 1849 में संविधान लागू हुआ था। 1901 से यहां संसदीय व्यवस्था लागू हो गई। सरकार का प्रमुख प्रधानमंत्री होता है। वही संसद का नेता भी होता है।
डेनमार्क की जनसंख्या करीब 58 लाख है। डेनमार्क का क्षेत्रफल 42,933 वर्ग किलोमीटर है। लेकिन साथ में इसी साम्राज्य के ग्रीनलैंड और फैरो आइलैंड्स को शामिल कर लें तो ये 22,20,930 वर्ग किलोमीटर हो जाता है। साल 2014 में 13 सदस्य यूरोपीय संसद में भेजने वाला डेनमार्क इस बार 14 सदस्य भेजेगा।
डेनमार्क की राजनीतिक व्यवस्था
डेनमार्क भले ही एक साम्राज्य है लेकिन यहां राजशाही की शक्तियां सीमित है। राजा या रानी यहां बिना संसद की अनुमति के कोई फैसला नहीं कर सकते। डेनमार्क में संसद की एक सदनीय व्यवस्था है। 1953 तक यहां पर दो सदन हुआ करते थे। लेकिन इनको एक सदन बना दिया गया जिसे अब फोल्केटिंग के नाम से जाना जाता है। इसमें 179 सदस्य होते हैं।
175 सदस्य डेनमार्क और दो-दो सदस्य फैरो आइलैंड्स और ग्रीनलैंड से होते हैं। सभी सदस्यों का कार्यकाल चार साल का होता है। संसद सदस्यों का चुनाव समानुपातिक प्रतिनिधित्व से होता है। जिस पार्टी को चुनाव में जितने प्रतिशत वोट मिलते हैं उसे उतनी सीट मिल जाती हैं। इसके लिए कम से कम दो फीसदी वोट पाना जरूरी होता है। 135 सीटों को संसदीय क्षेत्रों में बांट दिया जाता है जबकि 40 सीटें पूरे देश का प्रतिनिधित्व करती हैं।
प्रमुख राजनीतिक पार्टियां
डेनमार्क में भारत की तरह दो से अधिक पार्टियों की राजनीतिक व्यवस्था है। इनमें सबसे ज्यादा पुरानी कजर्वेटिव पीपुल्स पार्टी, मध्यमार्गी सोशल डेमोक्रेट्स, उदार दक्षिणपंथी वेंस्टर, समाजवादी डेनिश सोशल लिबरल, धुर दक्षिणपंथी डेनिश पीपुल्स पार्टी और वामपंथी रेड-ग्रीन अलायंस पार्टियां प्रमुख हैं। फिलहाल वेंस्टर पार्टी के लार्स लूके रासमूसेन प्रधानमंत्री हैं।