लाइफ स्‍टाइल

भीख से तो भूख अच्छी गाँव को वापस चलो, शहर में रहने से ये बच्चा बुरा हो जाएगा - मुनव्वर राना
जिस्म पर मेरे बहुत शफ्फा़क कपड़े थे मगर, धूल मिट्‍टी में अटा बेटा बहुत अच्छा लगा - मुनव्वर राना
ज़िंदगी ताश के पत्तों की तरह है मेरी, और पत्तों को बहरहाल बिखर जाना है - मुनव्वर राना
आपने यह कहावत तो सुनी होगी कि खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता है। इस कहावत का अर्थ यह है कि संगत का...