* एफ़बीआई की टीम ने एक दिलचस्प मामले का खुलासा किया है। बताया जा रहा है आगरा के रहने वाले ‘राजबाबू’ जब दिवाली की रात में अपनी ‘वकील’ वाली आईडी से ‘हैप्पी दिवाली’ का स्टेटस लिख रहे थे तभी उन्हें उनके ‘सेठीयापुर’ नामक गांव से ‘सूंघी जांचधिकारियों’ ने उठा लिया। जांच मे पता चला है कि ‘राजाबाबू’ फिल्म ने इस व्यक्ति के मन-मानस पर एक अलग ही छाप छोडी थी। नतीजतन, इस व्यक्ति ने वकील डॉक्टर,पुलिस,जज,पत्रकार,इंजीनियर से लेकर एक कदम आगे जाते हुए नासा के वैज्ञानिक होने का भी एक फेक प्रोफ़ाइल बनाया था जिसमें उसने अपनी रिसर्च क्षेत्र में ‘दूध से दही’ ‘दही से माखन’ ‘माखन से घी’ बनाने का उल्लेख किया है।