परिचय : दुनियाभर में गुलाबी नगरी के नाम से प्रसिद्ध जयपुर की स्थापना राजपूत राजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने की थी। इतिहास के अनुसार यह देश का पहला ऐसा शहर है, जो योजनाबद्ध तरीके से बसाया गया। यहां बनीं इमारतों और राजमहलों का सुंदर वास्तुशिल्प देखते ही बनता है। जयपुर को भारत का पेरिस भी कहा जाता है। यह शहर चारों ओर से दीवारों से घिरा है।
अर्थव्यवस्था : जयपुर की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पर्यटन, कृषि कार्यों एवं पशुपालन पर निर्भर है। यहां वस्त्र, वनस्पति तेल, ऊन, खनिज व रसायन पर आधारित प्रमुख उद्योग हैं। वहीं दूसरी ओर हस्तशिल्पों से काफी विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है।
भौगोलिक स्थिति : जयपुर शहर करीब छह भागों में बंटा हुआ है और यह 111 फुट यानी 34 मीटर चौड़ी सड़कों से विभाजित है। पांच भाग मध्य प्रासाद भाग को पूर्वी, दक्षिणी एवं पश्चिमी ओर से घेरे हुए हैं और छठा भाग एकदम पूर्व में स्थित है।