जोखिम उठाने से घबराते नहीं : शाह की सबसे बड़ी खूबी यह है कि वह जोखिम उठाने से बिल्कुल भी नहीं घबराते हैं। इस चुनाव में भी उन्होंने कई जोखिम भरे फैसले लिए। पार्टी ने 75 प्लस का फार्मूला अपनाया और लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, सुमित्रा महाजन समेत कई दिग्गजों के टिकट काट लिए। ऐसा लग रहा था कि इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।