उन्होंने शनिवार को यहां कहा कि चुनाव लड़ने के दौरान वे अपने साले बिक्रम सिंह मजीठिया को संगरूर से दूर रखें, क्योंकि संगरूर हल्के के नौजवान चिट्टे के नशे से बचे हुए हैं। पिछले सभी चुनावों का इतिहास रहा है कि जहां-जहां बिक्रम मजीठिया पर प्रचार अभियान का प्रभार रहा है, वहां के नौजवानों को नशे की लत लग गई है।
मान ने केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल से आग्रह किया कि वे मेरे बारे में सोचना बंद करें। ऐसा लगता है कि बादल तथा पूर्व वित्तमंत्री परमिंदर सिंह ढींढसा को आप का 'फोबिया' हो गया है। बादल परिवार एंड कंपनी 'आप' के डर से हसीन सपने देखने लगी है कि आम आदमी पार्टी बंद हो गई है और भगवंत मान किसी अन्य पार्टी में जा रहे हैं। उनके ऐसे सपने सच नहीं होने वाले।
आप सांसद ने कहा कि आम आदमी पार्टी बंद नहीं हो रही बल्कि बादल एंड कंपनी की बोलती बंद करेगी। उन्होंने शिअद के नेताओं को चेतावनी दी कि वे अफवाहें उड़ान बंद करें और चुनाव मैदान में जमीनी हकीकत से रूबरू हों। आप आंदोलन से निकली हुई वतनपरस्त पार्टी है। बादलों, कैप्टन की तरह परिवारपरस्त और ऐशपरस्त पार्टी नहीं है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की जोड़ी को देश की एकता के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए कहा कि इस खतरनाक और देशविरोधी जोड़ी को रोकने के लिए पार्टी कोई भी कुर्बानी दे सकती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं था कि पार्टी बंद हो जाएगी। देश के राजनीतिक इतिहास में 'आप' सबसे तेजी के साथ अपना दायरा बढ़ाने वाली पार्टी है। इसी कारण बादलों और इनकी बी टीमों को 'आप' का 'फोबिया' हो गया है।