लोकसभा चुनाव 2019 : मतदान के बाद दिव्यांग ओमप्रकाश की खुशी का नहीं रहा ठिकाना

Webdunia
सोमवार, 6 मई 2019 (23:01 IST)
रीवा। रीवा लोकसभा क्षेत्र में आज 6 मई को दिव्यांग मतदाताओं में मतदान के लिए सुबह से ही उत्साह देखने को मिला। मतदान प्रात: 7 बजे शुरू होते ही मतदाताओं की कतार लगना शुरू हो गईं। दिव्यांग मतदाता भी मतदान केंद्रों पर आना शुरू हुए लेकिन उन्हें बिना लाइन में लगे मतदान करने की सुविधा मिली।
 
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान केंद्र तक लाने एवं मतदान केंद्र से वापस घर छोड़ने के लिए प्रशासन ने नि:शुल्क परिवहन की व्यवस्था की गई है।

मतदान केंद्र पर पहुंचते ही उन्हें दिव्यांग मित्रों की सहायता से ससम्मान मतदान कराया गया। इससे उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ऐसा ही एक उदाहरण रीवा शहर के कला मंदिर स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बनाए गए मतदान केंद्र क्रमांक 147 पर देखने को मिला, जहां दिव्यांग ओमप्रकाश गुप्ता ने अपना मतदान किया।
 
रीवा के कमिश्नर डॉ. अशोक भार्गव अपना मतदान करने के लिए मतदान केंद्र क्रमांक 147 पर पहुंचे, जहां उनकी मुलाकात दिव्यांग मतदाता ओमप्रकाश गुप्ता से हुई। उन्होंने दिव्यांग ओमप्रकाश को गुलदस्ता भेंट कर सम्मान किया, साथ ही मतदान करने की जानकारी ली और पूछा कि कोई असुविधा तो नहीं हुई?
 
इस पर दिव्यांग ओमप्रकाश ने कहा कि कोई असुविधा नहीं हुई और बड़ी आसानी से हमने अपना मतदान किया है। हमें लाइन में भी नहीं लगना पड़ा और घर से यहां आने में कोई तकलीफ नहीं हुई। कमिश्नर डॉ. भार्गव ने दिव्यांग ओमप्रकाश गुप्ता को चार पहिया वाहन में बिठाकर बिदा किया। दिव्यांग ओमप्रकाश गुप्ता मतदान करके खुशी एवं गौरव का अनुभव कर रहे थे।
 
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार दिव्यांग मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र पर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई थीं। उन्हें पीने के लिए पानी, छाया, रैम्प, महिला एवं पुरुषों के लिए पृथक-पृथक शौचालय, दिव्यांग मित्र, प्राथमिक चिकित्सा आदि की सुविधाएं उपलब्ध थीं। सहज, सरल और सुगम मतदान में दिव्यांगों को किसी भी असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा।
कमिश्नर ने लाइन में लगकर किया मतदान : रीवा संभाग के कमिश्नर एवं एक्सेसिबिल्टी ऑब्जर्वर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय नगर निगम रीवा पहुंचकर लाइन में लगकर मतदान किया। वे अपनी पत्नी के साथ सुबह 7.45 बजे ही लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लेने पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बनाए गए मतदान केंद्र क्रमांक 147 पर पहुंचे।
 
उन्होंने मतदान केंद्र पर उपस्थित नए मतदाताओं सहित दिव्यांग एवं वरिष्ठ मतदाताओं का स्वागत कर उत्साहवर्धन किया। इसके पश्चात वे सपत्नीक मतदान के लिए लाइन में खड़े हो गए और अपनी बारी का इंतजार करने लगे। मतदाता पर्ची के साथ अपने पहचान पत्र दिखाकर पहले उनकी पत्नी और फिर उन्होंने मतदान किया।
मतदान करने के पश्चात डॉ. भार्गव ने मतदाताओं को संदेश देते हुए कहा कि चुनाव लोकतंत्र का महापर्व है। इस महापर्व में मतदान कर उत्साह और उमंग के साथ हिस्सा लें। महापर्व में हिस्सा लेने का अवसर 5 वर्ष में एक बार प्राप्त होता है जिसे गंवाना नहीं चाहिए। अधिकाधिक संख्या में मतदान कर हमें लोकतंत्र को मजबूत बनाना चाहिए। चुनाव लोकतंत्र की निष्ठा के प्रतीक होते हैं। लोकतंत्र में भागीदारी से ही देश की तरक्की संभव होती है।

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