आदित्यनाथ पर विपक्ष के हमलों के बीच चुनाव आयोग ने गाजियाबाद के जिला मजिस्ट्रेट से इस मामले में रिपोर्ट तलब की ताकि यह पता लगाया जा सके कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की टिप्पणी से आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है कि नहीं। चुनाव आयोग राजनीतिक पार्टियों को पहले ही नसीहत दे चुका है कि वे लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान सैन्य बलों के मुद्दे पर कोई प्रचार या दुष्प्रचार नहीं करें।
एडमिरल रामदास ने कहा, 'सैन्य बल किसी व्यक्ति से नहीं जुड़ा हुआ है, वे देश की सेवा करते हैं। चुनाव होने तक मुख्य चुनाव आयुक्त बॉस हैं। मैं इस संबंध में चुनाव आयोग जा रहा हूं।'
उल्लेखनीय है कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद में एक चुनावी सभा में भाजपा के लिए प्रचार करते हुए भारतीय सेना को मोदीजी की सेना करार दिया। विपक्षी दलों पर प्रहार करते हुए रविवार को आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के लिए जो असंभव था, वह अब भाजपा के शासन में संभव हो गया है। इसे विपक्ष ने सेना का अपमान बताया था।