सुप्रीम कोर्ट ने 21 राजनीतिक दलों की इस मांग पर सुनवाई करते हुए चुनाव आयोग से इस पर 25 मार्च को जवाब मांगा था। चुनाव आयोग ने अपने जवाब में कहा है, 'वीवीपैट की पर्चियों के मिलान का वर्तमान तरीका सबसे उपयुक्त है। हर विधानसभा क्षेत्र में 50 फीसदीसदी ईवीएम के वोटों की गणना वीवीपैट पर्चियों से करने में लोकसभा चुनाव के नतीजे पांच दिन की देरी से आएंगे।'
चुनाव आयोग की अधिसूचना के मुताबिक, सात फेज में वोटिंग के बाद आम चुनाव के बाद नतीजे 23 मई को आने हैं। आयोग का कहना है कि अगर हर संसदीय या विधानसभा क्षेत्र की 50 प्रतिशत वीवीपीएटी पर्चियों का मिलान किया जाएगा, तो इससे गिनती करने का वक्त बढ़ेगा। ऐसे में नतीजे 23 मई की जगह 28 मई को आएंगे।