मोदी का बड़ा हमला, देशद्रोहियों और संविधान विरोधियों के साथ है कांग्रेस
बुधवार, 3 अप्रैल 2019 (12:57 IST)
पासीघाट (अरुणाचल प्रदेश)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणा पत्र पर निशाना साधते हुए इसे पार्टी की तरह ही भ्रष्ट, झूठ का पुलिंदा और ‘ढकोसला पत्र’ करार दिया है।
लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के तहत बुधवार को यहां रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने घोषणा पत्र नहीं ‘ढकोसला पत्र’ जारी किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरह ही उसका घोषणा पत्र भ्रष्ट और झूठ का पुलिंदा है।
मोदी ने कहा कि 2004 के घोषणा पत्र में कांग्रेस ने 2009 तक देश के एक-एक घर में बिजली पहुंचाने का वादा किया था, किंतु तत्कालीन मनमोहन सरकार 2014 तक 18 हजार गांवों में विद्युतीकरण नहीं कर सकी थी। उन्होंने कहा कि जो लोग देश का अपमान करते हैं, ऐसे लोगों से कांग्रेस सहानुभूति रखती है। भारत के संविधान को जो लोग नहीं मानते, उनके खिलाफ देशद्रोह कानून है, लेकिन कांग्रेस ने घोषणा पत्र में इसे खत्म करने का वादा किया है।
कांग्रेस ने गत मंगलवार को लोकसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी किया, जिसमें देश के 20 प्रतिशत गरीब परिवारों को हर साल न्यूनतम आय गारंटी योजना ‘न्याय’ के तहत 72 हजार रुपए उनके खातों में डालने, केंद्र और राज्य सरकारों में खाली पड़े करीब 34 लाख पदों को भरने, किसानों के लिए अलग से बजट, नीति आयोग के स्थान पर योजना आयोग फिर बनाने और सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (अफस्पा) जैसे कानून में बदलाव के लोक लुभावने वादे किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के संरक्षण और विकास के लिए केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की फिर से सरकार गठन को सुनिश्चित करने में अपना योगदान देना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य के लोगों के समर्थन से ही अरुणाचल प्रदेश में सड़कों का जाल, राष्ट्रीय राजमार्ग, रेल और हवाई सेवा को देश के अन्य भागों की तरह बेहतर बनाने में मदद मिली। सरकार यह सब राज्य के लोगों के मजबूत विश्वास के बूते कर पाने में कामयाब हुई।
मोदी ने कहा कि एक तरफ इरादों वाली सरकार है तो दूसरी तरफ सिर्फ और सिर्फ झूठे वादों वाले नामदार हैं। उन्होंने कहा इन लोगों की तरह ही इनका घोषणा पत्र भी भ्रष्ट होता है, बेइमान होता है, ढकोसलों से भरा होता है। इसलिए उसे घोषणा पत्र नहीं ढकोसला पत्र कहना चाहिए। इस बार का आम चुनाव वादों और इरादों के बीच का चुनाव है। यह चुनाव भरोसे और भ्रष्टाचार के बीच का चुनाव है।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव आपकी सांस्कृतिक विरासत, पंरपरा आपके गौरव की रक्षा करने वालों और आपके परिधानों, आपकी परंपराओं का मजाक उड़ाने वालों के बीच का चुनाव है। हम सिर्फ एक वादा करके उसे दशकों तक लटकाए रखने वाले लोग नहीं हैं, बल्कि आपके जीवन को आसान बनाने के लिए पूरी ईमानदारी से काम करने वाले लोग हैं।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि एक परिवार ने 55 साल तक देश पर राज किया, लेकिन वह फिर भी दावा नहीं कर सकते कि उन्होंने हिन्दुस्तान के सारे काम पूरे कर दिए। उन्होंने कहा कि मैं यह दावा नहीं कर सकता कि मैंने सारे काम कर दिए, लेकिन मैं हर चुनौतियों को चुनौती देने वाला इंसान हूं। मुश्किल से मुश्किल काम करने वाला इंसान हूं। (भाषा)