उन्होंने कहा की भाजपा चौथे चरण के चुनाव के बाद ही चारो खाने चित हो गई है और उसका रथ फंसा नहीं बल्कि धंस गया है। भाजपा ने तो लोगों को डरा कर, धमका कर और लालच देकर खुद कुनबा बनाया है जो चार जून के बाद बिखर जाएगा। क्योंकि 4 जून के बाद केंद्र से भाजपा की सरकार चली जाएगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा को इस बार 140 से भी कम सीट मिल रही हैं। उन्होंने कहा की भाजपा ने देश के बड़े बड़े उद्योगपतियों का पिछले दस वर्ष में 25 लाख करोड़ का ऋण माफ कर दिया लेकिन किसानों, गरीबों का ऋण नहीं माफ किया और यह सरकार गरीबों, किसानों की नहीं बल्कि उद्योगपतियों की सरकार है।
उन्होंने कहा कि भानुमति का कुनबा बिखरने लगा है, उसने हथियार डाल दिए हैं। बचे हुए चुनाव में कोई मेहनत भी नहीं करना चाहता। इंडी गठबंधन के कार्यकर्ता पहले से ही निराश थे अब उन्होंने घर से निकलना ही छोड़ दिया है।