दरअसल झाबुआ-रतलाम संसदीय क्षेत्र आदिवासी वोटर्स के बाहुल्य वाला क्षेत्र है और आदिवासी समाज में आज भी कई ऐसी प्रथाएं मान्य हैं, जिसमें समाज में एक पुरुष एक साथ कई महिलाओं से शादी कर सकता है या एक महिला कई पुरुषों से शादी कर सकती है। इसके अलावा आदिवासी समुदाय में शादी से पहले लिव-इन में रहने की भी प्रथाएं हैं।
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भाजपा ने कसा तंज-कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया की घोषणा पर भाजपा ने तंज कसा है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा प्रधानमंत्री जब कहते हैं कि 'आपका हक छीनकर मुसलमानों को दे दिया जाएगा', तो वो इस बात को ऐसे ही नहीं कहते,कांग्रेस ने नेता उनकी इस बात पर मोहर लगाते हैं और अपना असली रूप जनता को दिखाते हैं।'जिस व्यक्ति की दो पत्नियां हैं, उसे दो लाख रुपए सालाना दिए जाएंगे' -कांतिलाल भूरिया 'भयंकर घोषणा- जिसकी दो पत्नियां हैं, उसको डबल' - जीतू पटवारी। तुष्टिकरण के लिए बहुसंख्यक हिंदुओं को सरेआम बेइज्जत करने के लिए अब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, दिग्विजय सिंह और विक्रांत भूरिया ने मंच का सहारा लेना शुरू कर दिया है। हर कोई जानता है कि दो बीवियां रखना किसके धर्म में जायज है? और जब कांग्रेस आएगी तो दो बीवियां रखने वालों को 2-2 लाख रूपय देंगी। लेकिन तुष्टीकरण का ताबीज पहनने वाली कांग्रेस ये याद रखे कि महिलाओं को 'चाटने' की,उनमें रस ढुंढने की, उन्हें आइटम, टंच माल बुलाने वाली कांग्रेस के ये ख्वाब आने वाले पांच सालों में तो नहीं पूरे होने वाले हैं, क्योंकि आएगा तो मोदी ही।