भोपाल में नाबालिग बेटे से वोट डलवाने के मामले में जिला पंचायत सदस्य विनय मेहर पर चुनाव आयोग के निर्देश पर एफआईआर दर्ज की गई है। इसके साथ बैरसिया विधानसभा के खितवास के मतदान क्रमांक-71 के पीठासीन अधिकारी संदीप सैनी, सहायक सीआर बाथ, मनोज कुमार मौर्य और मदन गोपाल पटेल को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ बूथ पर तैनात रहे प्रधान आरक्षक संतोष को लाइन अटैच किया गया है।
क्या है पूरा मामला?- भोपाल लोकसभा सीट पर 7 मई को हुए मतदान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें जिला पंचायत सदस्य विनय मेहर पोलिंग बूथ पर अपने नाबालिग बेटे से ईवीएम का बटन दबवा रहे थे। बैरसिया विधानसभा के खितवास स्थित मतदान क्रमांक-71 पर जिला पंचायत सदस्य मेहर ने अपने नाबालिग बेटे से वोट डलवाकर खुद ही वीडियो बनाया और ये वीडियो फेसबुक पर पोस्ट किया था। वीडियो वायरल होने के बाद और मामला तूल पकड़ने के बाद वीडियो डिलीट कर दिया था। इस मामले सफाई देते हुए जिला पंचायत सदस्य मेहर ने कहा कि बेटा जिद कर रहा था, इसलिए उसे मतदान केंद्र तक ले गया था। पहली बार वोट डालने का वीडियो बनाया और गलती से वीडियो को फेसबुक पर अपलोड कर दिया। मेरा कोई गलत उद्देश्य नहीं था।
इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई थी और उसने चुनाव आयोग से शिकायत की थी। कांग्रेस नेता पीयूष बबेले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि भाजपा ने चुनाव आयोग को बच्चों का खिलवाड़ बना दिया है। भोपाल में भाजपा के जिला पंचायत सदस्य विनय मेहर ने नाबालिग बेटे से डलवाया वोट। वोट डालते वक्त का विनय मेहर ने वीडियो भी बनाया। वीडियो फेसबुक पर विनय मेहर ने किया पोस्ट। कोई कार्रवाई होगी?