Narendra Modi and NDA Challenge: लोकसभा चुनाव के बाद आए नतीजों में एनडीए को बहुमत मिला है। एक बार फिर से नरेंद्र मोदी की सरकार बनने जा रही है। मोदी का पीएम बनना भी लगभग तय है। हालांकि यह एनडीए की सरकार होगी और इसके लिए भाजपा को नितिश कुमार और चंद्रबाबू नायडू का समर्थन लेना होगा।
ऐसे में जाहिर है पीएम नरेंद्र मोदी के सामने कई चुनौतियां होंगी। जानते हैं ऐसी ही 5 चुनौतियों के बारे में जो मोदी के सामने आ सकती हैं। बता दें कि BJP को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। बीजेपी पूर्ण बहुमत के 272 के आंकड़े से दूर है, ऐसे में सरकार भले ही NDA की बने, लेकिन सरकार को कई बातों का ध्यान रखना होगा।
1- एकजुट रखने की चुनौती
पूर्ण बहुमत न होने की वजह से अब कुनबे को प्राथिकता देनी होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने परिवार को एकुजट रखना बड़ी चुनौती होगी। कानून और बिल में अब सरकार को नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू का भी ख्याल रखना होगा।
2- कैसे संभालेंगे नीतीश और नायडू को
नीतीश कुमार और नायडू, बीजेपी के दोनों ही साझेदार उनके प्राथमिकता वाले मुद्दों पर कभी एकजुट नहीं रहे हैं। नीतीश और नायडू दोनों ही नेता कीमत वसूलने में माहिर रहे हैं। अब बजट से लेकर राज्य तक के लिए वह मोदी सरकार से कुछ और ज्यादा की उम्मीद करेंगे। अब स्पेशल राज्य का मुद्दा बड़ा बना रहेगा। दोनों ही नेता बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए पहले से ही स्पेशल राज्य की मांग करते रहे हैं।
3- कैसे मैच होगी विचारधारा
भाजपा के सहयोगी दलों की विचारधारा उससे अलग है। कई मुद्दों को लेकर सहयोगी दलों और बीजेपी के बीच सोच का काफी अंतर है। यही वजह है कि कॉमन सिविल कोड पर मोदी सरकार को थोड़ा थमकर कदम बढ़ाने पड़ सकते हैं। 3-63 सीटों के इस झटके के बाद अब बीजेपी को पार्टी संगठन में भी बदलाव की ओर सोचना होगा। आने वाले दिनों में पार्टी रीस्टार्ट के मूड में दिखाई दे सकती है।
4- क्या बड़े फैसले ले पाएंगे मोदी
पीएम मोदी ने अपने विजयी भाषण में इसके संकेत दिए कि उनकी सरकार बड़े फैसले लेगी। लेकिन यह 5 साल मोदी मैजिक की चमक को फिर से वापस लाने के भी होंगे, इसके लिए मोदी सरकार को अपनी नीतियों को और धरातल पर उतरना पड़ेगा। उन्होंने चुनाव के दौरान कहा ही था कि ये सिर्फ ट्रेलर है पिक्चर अभी बाकी है। जाहिर है उनके पास बड़ा प्लान है। लेकिन वो कैसे फलीभूत हो पाएगा, यह देखना होगा।
5- विधानसभा चुनावों का दबाव
आने वाले दिनों में महाराष्ट्र, दिल्ली और हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी पर अब तीनों राज्यों में बेहतर प्रदर्शन का दवाब रहेगा। दिल्ली को छोड़ बाकी दो राज्यों में लोकसभा चुनाव के नतीजों ने पार्टी के लिए टेंशन बढ़ा दी है। दिल्ली में भले ही AAP का सफाया होता दिख रहा हो, लेकिन ये भी सच है कि विधानसभा चुनावों में उसने हमेशा जोरदार वापसी की है। ऐसे में बीजेपी को इस पर भी ध्यान देना होगा।
क्या है सरकार की स्थिति : देश में भले ही एक बार फिर मोदी सरकार बनने जा रही हो, लेकिन बात अब शायद पहले जैसी नहीं होगी। अब पीएम मोदी (PM Narendra Modi) के सामने ये सभी बड़े चैलेंज होंगे। एनडीए को 543 में से 293 सीटें, तो वहीं इंडिया गठबंधन के खाते में 232 सीटें आई हैं। बात अगर बीजेपी की करें तो उसको सिर्फ 240 सीटें मिली हैं, जबकि उम्मीद 300 पार की थी। बीजेपी के पास अब बहुमत नहीं है। ऐसे में एनडीए (NDA) के सहारे सरकार बन तो जाएगी, अब चुनौतियां भी काफी बढ़ गई हैं। Edited by Navin Rangiyal