Indore will make 2 records in Lok Sabha elections: कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम द्वारा नामांकन वापस लेने के बाद से इंदौर लोकसभा सीट चर्चा में बनी हुई है। इंदौर सीट पर सर्वाधिक 8 बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड श्रीमती सुमित्रा महाजन के नाम है। महाजन लोकसभा अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी 5 लाख 47 हजार 754 वोटों से चुनाव जीते थे, जो कि इंदौर में सबसे बड़ी जीत है। भाजपा से इस बार भी शंकर लालवानी मैदान में हैं। इस बार इस बात की पूरी उम्मीद है कि शंकर पूरे देश में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड बनाएंगे।
15 लाख से भी ज्यादा वोट पड़े : लोकसभा चुनाव में 2024 में 15 लाख से भी ज्यादा वोट पड़े हैं, जबकि कुल मतदाता 25 लाख से ज्यादा है। इस बार भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी के सामने कांग्रेस का उम्मीदवार भी नहीं है। पिछली बार उन्हें 10 लाख 68 हजार से ज्यादा वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार पंकज संघवी को 5 लाख वोट मिले थे। यदि शंकर इस बार 11-12 लाख वोट भी लेने में सफल होते हैं और निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 2 लाख के आसपास भी वोट मिलते हैं तो भी उनकी जीत 10 लाख से ज्यादा की हो सकती है। सट्टा बाजार भी शंकर को 11 लाख से ज्यादा वोटों से जिता रहा है।
यदि ऐसा हुआ तो यह न सिर्फ इंदौर बल्कि देश में अब तक की सबसे बड़ी जीत होगी। 2019 की सबसे बड़ी जीत की बात करें तो गुजरात के नवसारी से भाजपा के सीआर पाटिल ने 6 लाख 89 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी। दूसरे नंबर पर भी भाजपा के संजय भाटिया रहे थे, उन्होंने हरियाणा की करनाल सीट पर 6 लाख 56 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी।
नोटा भी बनाएगा रिकॉर्ड : इंदौर में मतदान के बाद जिस तरह के रुझान सामने आए हैं, उसे देखकर लग रहा है कि इस बार इंदौर में नोटा भी रिकॉर्ड बनाने जा रहा है। कांग्रेस ने भी अपने वोटरों से नोटा का बटन दबाने की अपील की थी। यदि नोटा को 1 लाख वोट मिलते हैं, तो यह भी देश में रिकॉर्ड होगा। 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार की गोपालगंज लोकसभा सीट पर नोटा को 51 हजार 660 वोट मिले थे। इससे थोड़े भी ज्यादा वोट इंदौर में नोटा को मिलते हैं तो रिकॉर्ड बनना तय है। इस बात की पूरी संभावना है कि इस बार इंदौर गोपालगंज का रिकॉर्ड तोड़ देगा।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala