पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के नंदुरबार में कहा कि 40-50 वर्षों से, महाराष्ट्र का एक बड़ा नेता राजनीति में है। वह इन दिनों बेतुके बयान दे रहे हैं। बारामती चुनाव के बाद वह हताश और निराश हैं। कई लोगों से चर्चा के बाद उन्होंने एक बयान दिया। उन्होंने कहा है कि अगर छोटे क्षेत्रीय दलों को राजनीति में जीवित रहना है तो उन्हें कांग्रेस में विलय करना होगा।
इससे पहले शरद पवार ने कहा था कि आने वाले वर्षों में छोटे क्षेत्रीय दल कांग्रेस के साथ जा सकते हैं या विलय कर सकते हैं। हालांकि इंडिया गठबंधन में ही उनके बात पर मतभेद दिखाई दिए। उद्धव ठाकरे ने कहा है कि उनके नेतृत्व वाली शिवसेना कोई छोटी पार्टी नहीं है। आम आदमी पार्टी और भाकपा ने पवार की इस टिप्पणी को उनका व्यक्तिगत आकलन बताया है।
वरिष्ठ भाजपा नेता और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस पर कहा कि अपने बयान के माध्यम से शरद पवार शायद यह संकेत दे रहे हैं कि उनके लिए अपनी पार्टी को चलाना अब मुश्किल हो गया है। इसलिए, वह कांग्रेस में विलय करने का विकल्प चुन सकते हैं।