नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को कहा कि इस लोकसभा (Lok Sabha) चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) की नैतिक, राजनीतिक और व्यक्तिगत हार हुई लेकिन इसमें भी उम्मीद की किरण तलाशी जा रही है तथा उनके चुनावी प्रदर्शन को लाजवाब बताने का प्रयास हो रहा है। भाजपा ने इस चुनाव में 240 सीटें जीती हैं।
उन्होंने कहा कि दूसरी ओर नेहरू को 1952 में 364, 1957 में 371 और 1962 में 361 सीटें मिलीं थीं- हर बार दो-तिहाई बहुमत। फिर भी वे पूरी तरह से लोकतांत्रिक बने रहे और अपनी निरंतर उपस्थिति से संसद को बेहद संजीदगी से आगे बढ़ाते रहे।
वाजपेयी ने 1996, 1998 और 1999 में 3 बार शपथ ली थी : उन्होंने कहा कि नेहरू के बाद मोदी अकेले ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जिन्होंने 3 बार शपथ ली हो- लगातार हो या न हो। अटल बिहारी वाजपेयी ने 1996, 1998 और 1999 में 3 बार शपथ ली थी और इंदिरा गांधी ने 1966, 1967, 1971 और 1980 में 4 बार। रमेश ने दावा किया कि एक तिहाई प्रधानमंत्री के लिए ढोल पीटने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में उनके खराब चुनावी प्रदर्शन को लाजवाब साबित करने के लिए कुछ भी ढूंढ लेंगे।(भाषा)