आजमगढ़। छठें चरण के चुनाव के लिए आज अखिलेश यादव लालगंज लोकसभा क्षेत्र में प्रचार के लिए पहुंचे। इस क्षेत्र में वह अपने उम्मीदवार दरोगा प्रसाद सरोज के लिए जनसभा करके जनसमर्थन मांगने आये थे। जनसभा में अखिलेश के नजदीक जाने की होड़ ने सपा समर्थकों ने अपना आपा खो दिया और एक दूसरे से भिड़ गए। ALSO READ: अभिजीत गंगोपाध्याय को महंगी पड़ी ममता पर टिप्पणी, 24 घंटे नहीं कर सकेंगे चुनाव प्रचार
मंच की तरफ दौड़ते हुए और आपस में उलझते हुए लोगों ने एक दूसरे पर कुर्सी चलानी शुरू कर दी, जिसके चलते जनसभा में भगदड़ मच गई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठी फटकारनी पड़ी, वही अखिलेश यादव मंच से यह नजारा देखकर हतप्रभ थे और संचालक जनसभा मे लोगों से शांत रहने की अपील करते नजर आयें। बामुश्किल भीड़ को नियंत्रित करके जनसभा को पुन: चालू किया जा सका।
आजमगढ़ लालगंज लोकसभा में सपा प्रत्याशी दरोगा प्रसाद सरोज के पक्ष में वोट मांगने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सीएम अखिलेश यादव निजामाबाद विधानसभा के खरेंवा मोड़ सरायमीर में पहुंचे। जनसभा में सपा समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ था, पहले पहुंचे लोग आगे की सीटों पर अपना कब्जा करके बैठे गये। जो लोग पीछे थे वह अखिलेश यादव को नजदीक से देखने के लिए मंच की तरफ बढ़े।
आगे बैठे लोगों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, इसी को लेकर सपा समर्थक आपस में धक्का मुक्की करने लगे, एक दूसरे पर कुर्सी फेंकने लगे। मामला बिगड़ता हुआ देखकर वहां मौजूद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए उपद्रवियों को नियंत्रित किया।
इससे पहले (रविवार) फूलपुर में भी गठबंधन सपा प्रत्याशी के पक्ष में राहुल गांधी और अखिलेश यादव की संयुक्त जनसभा में भीड़ मंच पर पहुंचने लगी थी, जिसके चलते राहुल गांधी और अखिलेश यादव बिना भाषण दिये चले गए थे। उसके बाद प्रयागराज में भी राहुल और अखिलेश कांग्रेस प्रत्याशी के लिए जनसभा करने पहुंचे, हैलीपेड पर भीड़ आता देखकर इन दोनों नेताओं ने आनन-फानन में मंच पर पहुंच कर माइक थाम लिया और 15 मिनट में जनसभा से चले गए।
अखिलेश की जनसभा में समर्थकों का आपा खोना और हंगामा करने पर भाजपा नेताओं का कहना है कि अनुशासनहीन और गुंडों से इसी तरह के व्यवहार की उम्मीद की जा सकती है।