Lok Sabha Election 2024: हिमाचल प्रदेश में मतदान की तारीख करीब आने के साथ ही प्रदेश के नेता अपने प्रतिद्वंद्वियों पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे और सोशल मीडिया (social media) को अपने विरोधियों के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। राज्य के चुनाव मैदान में 2 प्रमुख राजनीतिक दलों (कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी) (Congress and BJP) सोशल मीडिया पर एक-दूसरे की कमियों को लेकर निशाना साध रहे हैं।
एक-दूसरे पर निशाना साधने के लिए 'वॉर रूम' स्थापित : दोनों दलों के आधिकारिक सोशल मीडिया खातों को देखने से पता चलता है कि वे एक-दूसरे पर हमला करने के लिए आम जनता की 'बाइट' का इस्तेमाल कर रहे हैं। विरोधियों की गलतियां पकड़ने और उन पर निशाना साधने के लिए 'वॉर रूम' स्थापित किए गए हैं।
उदाहरण के लिए भाजपा द्वारा अपलोड किए गए एक वीडियो में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे उस शहर के नाम का गलत उच्चारण करते दिख रहे हैं, जहां वे एक रैली को संबोधित कर रहे थे और वे राज्य में अपनी पार्टी के सहयोगियों के नाम का भी गलत उच्चारण करते नजर आ रहे हैं।
कंगना रनौत बोलीं, जब हाथी चलता है तो कुत्ते भौंकते हैं : इसके जवाब में कांग्रेस ने मंडी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत का एक वीडियो साझा किया। वीडियो में नजर आ रहा है कि रनौत से पूछा गया कि क्या उन्हें यह बात परेशान करती है कि उनकी पार्टी के कुछ साथी उनके साथ सहज नहीं हैं जिसके जवाब में भाजपा की नेता कहा कि 'जब हाथी चलता है तो कुत्ते भौंकते हैं।'
सोशल मीडिया पर दोनों दलों की स्थिति : दोनों दल मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाने के लिए 'व्हॉट्सऐप' का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। भाजपा के व्हॉट्सऐप पर 8,000 समूह हैं जबकि कांग्रेस के 4,000 समूह हैं। भाजपा की राज्य इकाई के इंस्टाग्राम पर 2.85 लाख, फेसबुक पर 3.13 लाख और 'एक्स' पर 2.90 लाख फॉलोअर्स हैं, वहीं कांग्रेस की राज्य इकाई के इंस्टाग्राम पर 26,000, फेसबुक पर 3.50 लाख और एक्स पर 70,000 फॉलोअर्स हैं। हिमाचल प्रदेश में 4 लोकसभा और 6 विधानसभा सीटों के लिए 1 जून को मतदान होना है।(भाषा)