फूलपुर लोकसभा क्षेत्र में पड़िला महादेव में आयोजित इस रैली में अखिलेश यादव और राहुल गांधी दोनों मौजूद थे, लेकिन दोनों ने ही सभा को संबोधित नहीं किया। बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में लोग बैरिकेड तोड़कर मंच पर चढ़ गए। इस वजह से मंच पर जगह ही नहीं बची।
वर्ष 1977 में भारतीय लोकदल के टिकट पर कमला बहुगुणा, 1980 में जनता पार्टी सेक्युलर के बीडी सिंह चुनाव जीते। 1984 में कांग्रेस तथा 1989 और 1991 में जनता दल के टिकट पर रामपूजन पटेल ने इस सीट पर जीत हासिल की। 1996 और 1998 में सपा उम्मीदवार रहे जंगबहादुर पटेल फूलपुर से लोकसभा पहुंचे, जबकि 1989 में सपा के ही उम्मीदवार धर्मराज पटेल चुनाव जीतने में सफल रहे।
वर्ष 2004 में सपा उम्मीदवार अतीक अहमद, 2009 में बसपा उम्मीदवार कपिलमुनि कलवरिया सांसद चुने गए। 2014 में भाजपा ने इस सीट पर पहली बार जीत हासिल की। केशव प्रसाद मौर्य ने भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता और 2017 में उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया। 2018 में उपचुनाव में यहां से सपा के नागेन्द्रसिंह पटेल ने चुनाव जीता था। 2019 में भाजपा की केशरी देवी पटेल ने यहां जीत हासिल की।
फूलपुर संसदीय क्षेत्र में ओबीसी वोटर सबसे अधिक हैं। इनमें भी पटेल मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है। फूलपुर की सोरांव, फाफामऊ, फूलपुर और शहर पश्चिमी विधानसभा सीट ओबीसी बाहुल्य हैं। इनमें कुर्मी, कुशवाहा और यादव वोटर सबसे अधिक हैं।