Dumka Lok Sabha seat: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक बयान के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या मोदी 3.0 सरकार में रविवार की छुट्टी खत्म हो जाएगी। दरअसल, झारखंड के दुमका में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि रविवार हिन्दुओं से जुड़ा हुआ नहीं है। अंग्रेजों के जमाने से रविवार की छुट्टी होती है। तभी से रविवार की छुट्टी की परंपरा की शुरुआत हुई। ALSO READ: मैं बचपन में कप और प्लेट धोते हुए बड़ा हुआ हूं, PM मोदी ने फिर बताया चाय से रिश्ता
हालांकि इस बयान के माध्यम से मोदी ने मुस्लिम समाज पर परोक्ष रूप से निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि रविवार 200-300 वर्षों से छुट्टी का दिन है। ईसाई समाज रविवार को ईसाई समाज होली डे मनाता है, लेकिन झारखंड के एक जिले में इसे बदलकर शुक्रवार कर दिया गया। झामुमो पर सांप्रदायिक राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि रविवार को अवकाश होने के बावजूद झारखंड के एक जिले में इसे बदलकर शुक्रवार कर दिया गया। अब 'वे' ईसाइयों से भी लड़ रहे हैं।
आदिवासी संस्कृति पर खतरा : उन्होंने कहा कि जहां-जहां ये लोग सत्ता में आए... आदिवासी समाज और संस्कृति खतरे में पड़ गई। आदिवासियों के खिलाफ इनके हथियार हैं... नक्सलवाद, घुसपैठ और तुष्टीकरण! इंडी गठबंधन की देशविरोधी राजनीति का एक खतरनाक फॉर्मूला है। इनका फॉर्मूला है...घोर सांप्रदायिक राजनीति करो... घोर तुष्टीकरण की राजनीति करो... अलगाववादियों को संरक्षण दो... आतंकवादियों का बचाव करो... और जो उसका विरोध करे, उस पर हिन्दू-मुसलमान करने का आरोप लगा दो। ALSO READ: 4 जून 2024 को नरेंद्र मोदी फिर से पीएम बने तो ज्योतिष की नजर में घटेगी ये 3 महत्वपूर्ण घटनाएं
लव जिहाद की शुरुआत झारखंड से : उन्होंने कहा, मोदी कहता है... मैं एससी, एसटी, ओबीसी के आरक्षण की लूट नहीं होने दूंगा... तो इंडी जमात को मिर्ची लग जाती है... ये कहते हैं मोदी हिन्दू-मुसलमान कर रहा है। प्रधानमंत्री ने दावा किया कि लव जिहाद की शुरुआत झारखंड से हुई। साल 2022 में हुई दो घटनाओं का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि आदिवासी बेटियों को 50 टुकड़ों में काटा जा रहा है... जिंदा जलाया जा रहा है... किसी की जीभ बाहर खींच ली गई। ये कौन लोग हैं जो आदिवासी बेटियों को निशाना बना रहे हैं? झामुमो सरकार उन्हें संरक्षण क्यों दे रही है? ALSO READ: वित्तमंत्री सीतारमण ने कहा- मोदी सरकार ने 10 साल में बजट को दिया नया रूप, करदाताओं के पैसे का होगा सही इस्तेमाल
एक्स पर क्या कहा लोगों ने : इसको लेकर एक्स पर लोगों ने बड़े ही मजेदार पोस्ट किए। अनिरुद्ध शर्मा ने लिखा- अब छुट्टियों के भी धर्म हो गए? हिंदू-मुस्लिम करने के बाद अब हिंदू-ईसाइयों को लड़ाने और बांटने की तैयारी? गौरव ने लिखा- तो बंद करवा दीजिए या रविवार का नाम बदल के शुक्रवार कर दीजिए महाराज। संतोष कुमार ने लिखा- इसी तरह की आगे और जानकारी के लिए 2029 तक साहेब को मौका एक बार फिर से दीजिए।
उल्लेखनीय है कि जामताड़ा जिले में जुलाई माह में 100 से ज्यादा सरकारी स्कूलों में शुक्रवार के दिन छुट्टी रखने की शुरुआत हुई थी। ऐसा मुस्लिम बहुल इलाकों में हुआ था। हालांकि इस तरह की व्यवस्था सिर्फ उर्दू स्कूलों के लिए ही होती है। हालांकि शुक्रवार को छुट्टी रखने का फैसला स्कूल स्तर पर ही किया गया था। इस तरह के विभागीय निर्देश नहीं थे।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala