राकांपा नेता शरद पवार ने माकपा महासचिव प्रकाश करात के इस आकलन पर संदेह जाहिर किया है कि चुनावों बाद तीसरा मोर्चा बड़ी संख्या में सीटें जीतेगा और कांग्रेस उसे नई सरकार बनाने के लिए बाहर से समर्थन करेगी।
पवार ने अपनी बात पर कायम रहते हुए कहा कि तीसरे मोर्चे को सरकार बनाने के लिए जरूरी सीटें नहीं मिल पाएँगी। एनडीटीवी के साथ बातचीत में पवार ने कहा कि संप्रग को चुनाव के बाद नई सरकार बनाने के लिए वामदलों के साथ तालमेल करना होगा। उन्होंने कहा कि वे करात के आकलन का सम्मान करते हैं, लेकिन उन्हें उस पर कुछ संदेह है।
पवार ने टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें नहीं लगता कि तीसरे मोर्चे को 65-70 सीटों से ज्यादा सीटें मिल पाएँगी। इतनी सीटों से कोई सरकार नहीं बना सकता, लेकिन तीसरे मोर्चे में मायावती और वामदल महत्वपूर्ण भूमिका में रहेंगे।
पवार ने चुनावों बाद की संभावना पर कहा कि संप्रग जरूरी सीटें हासिल कर लेगा, लेकिन अंतत: वामदलों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी। बिना वाम समर्थन के संप्रग को जरूरी आँकड़ा नहीं मिल पाएगा।
पवार ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जनता 2004 के परिणाम को दोहरा सकती है। अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए वामदलों को अपने साथ मिलाना ही पड़ेगा।