बेहतर छवि के कारण जीतेगी कांग्रेस:अंबिका

रविवार, 3 मई 2009 (14:33 IST)
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता केंद्रीय मंत्री अंबिका सोनी का विश्वास है कि सही नीतियों-कार्यक्रमों, विकास और साफ छवि वाले उम्मीदवारों के बल पर कांग्रेस नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन को लोकसभा चुनाव में बहुमत मिलेगा। यही नहीं विभिन्न राज्यों में कांग्रेस की सीटों में खासी बढ़ोतरी होगी।

अंबिका सोनी 1971 से कांग्रेस राजनीति में सक्रिय हैं और उन्होंने इंदिरा गाँधी से लेकर सोनिया गाँधी के साथ मिलकर राजनीतिक रणनीति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

अंबिका सोनी ने कहा कि हर आम चुनाव नई चुनौतियों से भरा होता है। पिछले वर्षों के दौरान राजनीतिक विचारधारा और आदर्शों के साथ युवा कांग्रेसजनों में एक प्रोफेशनल तेवर देखने को मिल रहा है। इससे जनता में युवाओं के प्रति नई उम्मीदें जागी हैं।

महत्वपूर्ण बात यह है कि कांग्रेस आज भी पं. जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गाँधी द्वारा गरीबों के उत्थान के लिए तय की गई नीतियों को क्रियान्वित कर रही है। पिछले 5 वर्षों में सोनिया गाँधी और डॉ. मनमोहन सिंह ने नेतृत्व वाली सरकार ने 2004 में किए गए लगभग 95 प्रतिशत वायदे पूरे किए हैं। विकास की सफलता ही हमें चुनाव में भी विजयी बनाएगी।

यूपीए के कुछ घटकों के चुनाव में अलग खड़े होने और शरद पवार को भी प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बताए जाने से उत्पन्न स्थिति के सवाल पर अंबिका सोनी ने कहा कि इस बार अधिकांश राज्यों में कांग्रेस के अपने बल पर खड़े होने से पार्टी को व्यापक जन-समर्थन मिलेगा।

यूपीए के कुछ घटकों के अलग से उम्मीदवार खड़े करने पर भी हमें परेशानी नहीं है, क्योंकि वे चुनाव के बाद कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार के गठन में सहयोग की घोषणाएँ कर चुके हैं।

उ.प्र. और बिहार में कांग्रेस के कमजोर दिखने के सवाल पर अंबिका सोनी ने कहा कि इन राज्यों में संगठन कुछ कमजोर हुआ था, लेकिन अपने बल पर चुनाव लड़ने के कारण कार्यकर्ताओं तथा जनता में उत्साह बढ़ा है और आप देखेंगे कि दानों राज्यों में पिछले चुनाव से अधिक वोट और सीटें मिलेंगी।

गठबंधन धर्म के मुद्दे पर अंबिका सोनी ने कहा कि सांप्रदायिक, जातीय तथा क्षेत्रीय ताकतों से कांग्रेस ने कभी समझौता नहीं किया और न ही भविष्य में करेगी। चुनाव के बाद समान विचारधारा-खासकर धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों से सहमत दलों के सहयोग से कांग्रेस एक मजबूत सरकार बनाएगी।

भारतीय जनता पार्टी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समर्थन तथा हिंदुत्व के मुद्दे पर अधिक समर्थन मिलने की संभावना के प्रश्न पर अंबिका सोनी ने दावा किया कि कट्टरता के रुख को भारतीय जनता कभी स्वीकार नहीं करती। इसीलिए भाजपा का आधार कमजोर हुआ है। वे राममंदिर और रामसेतु की बात फिर कर रहे हैं, लेकिन सत्ता में रहने पर उन्होंने कुछ नहीं किया। इसी तरह सस्ते अनाज देने के वायदे का छल भी जनता के सामने आ गया है।

मैं तो जब से राजनीति में आई हूँ, भाजपा के सशक्त कॉडर की बात सुन रही हूँ, लेकिन यह केवल हौव्वा है। संकट में वह कहीं नहीं दिखता। दूसरी तरफ भाजपा के नेतृत्व वाला गठबंधन एनडीए बिखर गया है। देश के दो तिहाई भाग में उसका कोई नामलेवा नहीं है। चुनाव के बाद उसके कुछ साथी और अलग हो जाएँगे।

राजीव गाँधी और राहुल गाँधी की कार्यशैली के मुद्दे पर अंबिका सोनी ने कहा कि पुरानी पीढ़ी से सभी प्रेरणा लेते हैं, लेकिन नई पीढ़ी अपना रास्ता स्वयं बनाती है। राहुल गाँधी सपने तो वही साकार करना चाहते हैं, लेकिन उनका रास्ता और तरीका अपना है। राहुल गाँव-गाँव घूम रहे हैं। युवा लोगों को बड़े पैमाने पर प्रभावित करने में सफल हो रहे हैं।

आतंकवाद को भाजपा द्वारा चुनावी मुद्दा बनाए जाने के प्रश्न पर अंबिका सोनी ने कहा कि आतंकवाद की असली लड़ाई कांग्रेस की सरकार और पार्टी नेताओं ने लड़ी है। दो प्रधानमंत्री शहीद हुए हैं।

जबकि भाजपा शासन में तो मंत्री ही आतंकवादियों को रिहा करने पहुँचे हैं। वैसे हम तो मानते हैं कि आतंकवाद राजनीतिक और चुनावी मुद्दा नहीं बनना चाहिए। यह राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है एवं सबको मिलकर यह लड़ाई लड़नी है। (नईदुनिया)

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