भाजपा के स्टार प्रचारक और पीलीभीत संसदीय क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी वरुण गाँधी ने रविवार को कहा कि उन्होंने उत्तरप्रदेश में राष्ट्रभक्ति की जो लड़ाई शुरू की है, उसमें चाहे जो कुर्बानी देनी पड़े, वे पीछे नहीं हटेंगे।
वरुण ने आज यहाँ बिंदकी और खागा कस्बे में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष मे चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश में राष्ट्रभक्ति के आंदोलन को जिंदा करना है।
उन्होंने कहा कि मैं अपने नाम के लिए नहीं बल्कि काम के लिए पहचान बनाना चाहता हूँ। मैं चाहता हूँ कि लोग मुझे कर्म के गाँधी के रूप में जानें।
वरुण ने सवालिया अंदाज में कहा कि क्या उत्तरप्रदेश में राष्ट्रभक्ति की गूँज पहुँच पाई है? क्या उत्तरप्रदेश के लोग जातीय भावना से उबर पाए हैं? उन्होंने कहा कि देश मे नेतृत्व नाम की चीज नहीं है। बड़े पदों पर बैठे लोग खुद को आर्थिक रूप से मजबूत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान उन्होंने सलाखों के पीछे डाला गया। जेल में जेलर ने ही उनसे कहा था कि फतेहपुर जरूर आइएगा, इसलिए वे यहाँ आए। उन्होंने नौजवानों को शेरों की संज्ञा देते हुए कहा कि युवाओं ने अगर ठान लिया तो देश में भाजपा की सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता। चुनावी सभाओं के बाद वरुण ने पत्रकारों से बातचीत करने में परहेज किया।