-धीरज कनोजिया सचिन राव, कनिष्क सिंह, नामिक और पंकज शंकर। जब नेहरू-गाँधी परिवार के वारिस राहुल गाँधी ने सक्रिय राजनीति की दहलीज पर कदम रखा, तो उनकी टीम में ये कुछ नाम ही शुमार थे। फिर राहुल का भारत दर्शन, टैलेंट हंट और युवक कांग्रेस में चुनाव जैसे नए विचार जुड़ते रहे। राहुल भी आगे बढ़ते रहे। उनकी टीम भी बड़ी होती गई।
न्यूयॉर्क के निवेशक बैंकर और राजीव गाँधी के करीबी पूर्व विदेश सचिव एसके सिंह के बेटे कनिष्क सिंह, मिसीगन यूनिवर्सिटी के एमबीए होल्डर सचिन राव, राहुल के मीडिया प्रबंधक पंकज शंकर और सहयोगी नामिक ने राहुल के चुनावी अभियान की कमान शुरू से संभाल रखी। अब देशभर में राहुल की फौज फैल चुकी है। आम युवाओं को राजनीति में लाने के लिए शुरू 'टैलेंट हंट' कार्यक्रम से भी कई युवा राहुल से जुड़े।
विधानसभा चुनाव हों या मौजदा लोकसभा , राहुल ने इनमें से कई युवाओं को टिकट दिलवाया। इससे 15वीं लोकसभा में राहुल की युवा बिग्रेड नए रंग रूप में दिख सकती है।
जितेन प्रसाद, सचिन पायलट, ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे पुराने चेहरों के अलावा भी कई और चेहरे इसमें शामिल हो सकते हैं। मसलन युवक कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर को सिरसा से टिकट दिया और उड़ीसा के जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप मांझी को नवरंगपुर से।
कर्नाटक युवा कांग्रेस अध्यक्ष कृष्णा बैरे गौड़ा भी उनकी टीम में प्रमुख भूमिका अदा करते हैं। वे दक्षिण बेंगलुरू से उम्मीदवार हैं। पंजाब के तीन युवा भी राहुल के प्रमुख सिपहसलारों में से हैं। इनको भी उन्होंने आगे बढ़ाया। पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रवनीतसिंह बिट्टू आनंदपुर साहिब से उम्मीदवार हैं तो पूर्व प्रदेश युवा अध्यक्ष विजय इंदरा सिंगला संगरूर और सुखविंदर डेनी फिरोजपुर से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं।
बतौर कांग्रेस सचिव राहुल के साथ काम करने वाले राजस्थान के भँवर जितेंद्र सिंह और मध्यप्रदेश की मीनाक्षी नटराजन को टिकट दिलाया है। जितेंद्र अलवर और मीनाक्षी मंदसौर से पार्टी की उम्मीदवार हैं। कर्नाटक युवक कांग्रेस सदस्य आर धुव्रनारायण को चामराजनगर और बी थिप्पेस्वामी को भी चित्रदुर्गा से राहुल ने उम्मीदवार बनाया है।