Chandra Grahan 2025: शनि की राशि और नक्षत्र में लगेगा चंद्र ग्रहण, सूतककाल समय और 12 राशियों का राशिफल

WD Feature Desk

शनिवार, 6 सितम्बर 2025 (12:30 IST)
Lunar Eclipse 2025: साल 2025 में 7 सितंबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह शनि देव की राशि और उनके नक्षत्र में लगने जा रहा है। इसे खग्रास चंद्र ग्रहण यानी पूर्ण चंद्र ग्रहण कहा जा रहा है जो भारत में नजर आएगा। इसका प्रभाव सभी राशियों पर अलग-अलग पड़ेगा। इस दिन 122 वर्षों के बाद दुर्लभ योग बना है।
 
7 सितंबर दुर्लभ चंद्रग्रहण के बारे में विशेष जानकारी:
1. ग्रहण और सूतक समय: इस खग्रास चंद्र ग्रहण का सूतक काल दोपहर 12:57 पर प्रारंभ होगा। रात्रि 9:57 पर ग्रहण लगेगा। मध्यरात्रि 01:27 पर समाप्त हो जाएगा। सूतक काल के पहले ही पूजा पाठ कर लें और भोजन भी कर लें। सूतककाल के पूर्व ही पूर्णिमा का श्राद्ध कर्म भी कर लें।
 
2. कुंभ राशि में लेगा ग्रहण: यह चंद्रग्रहण शनिदेव की कुंभ राशि और उनके ही नक्षत्र शतभिषा नक्षत्र में लगेगा।
 
3. ग्रहण की दृश्यता: यह ग्रहण संपूर्ण भारत सहित एशिया, ऑस्ट्रेलिया, हिंद महासागर में नजर आएगा। पूर्वी अटलांटिक, पश्चिमी प्रशांत महासागर, अंटार्कटिक, पूर्वी अफ्रीका और यूरोप के अधिकांश भागों में नजर आएगा।
 
4. ग्रहण के दौरान दुर्लभ योग: 122 वर्ष बाद शनि के वक्री होने पर श्राद्ध पक्ष के प्रथम दिन ग्रहण योग बना है। सूर्य के केतु के साथ होने से सूर्य ग्रहण योग भी है। दो ग्रहण के बीच में इस बार श्राद्ध पक्ष है। श्राद्ध पक्ष का अंत भी ग्रहण से हो रहा है। चंद्रग्रहण के ठीक 14 दिनों के बाद 21-22 सितंबर के दरिमियान सूर्य ग्रहण रहेगा। 21 सितंबर को सर्पपितृ अमावस्या रहेगी। वर्तमान ग्रहण के दौरान शनि वक्री हैं और बृहस्पति अतिचारी हैं। इसलिए भी यह ग्रहण अशुभ माना जा रहा है। इसी समय पंचम भी रहेगा। यह कुंभ राशि में चंद्र और राहु की युति रहेगी तो सिंह राशि में सूर्य के साथ केतु का योग है। दोनों ही स्थिति ग्रहण योग बना रही है।
 
5. चंद्र ग्रहण का राशियों पर प्रभाव: मेष-लाभ, वृषभ-सुख, मिथुन-मानहानि, कर्क- आर्थिक कष्ट, सिंह-पीड़ा, कन्या-सौख्यं, तुला-चिंता, वृश्चिक व्यथा, धनु-श्री:, मकर-क्षति, कुंभ-घात:,मीन-हानि।
चंद्र ग्रहण का 12 राशियों पर कैसा रहेगा प्रभाव?
1. मेष राशि: सकारात्मक।
2. वृषभ राशि: मिलाजुला असर।
3. मिथुन राशि: मिलाजुला असर।
4. कर्क राशि: नकारात्मक। 
5. सिंह राशि: नकारात्मक।
6. कन्या राशि: सकारात्मक।
7. तुला राशि: मिलाजुला असर।
8. वृश्चिक राशि: सकारात्मक।
9. धनु राशि: सकारात्मक।
10. मकर राशि: सकारात्मक।
11. कुंभ राशि: नकारात्मक।
12. मीन राशि: नकारात्मक।
 
चंद्र ग्रहण के 5 अचूक उपाय:
1. ग्रहण के दौरान 'ॐ नमः शिवाय' या 'महामृत्युंजय' मंत्र का जाप करना बहुत लाभकारी माना जाता है।
2. ग्रहण के बाद स्नान करें। ग्रहण समाप्त होने के बाद तुरंत स्नान करें। घर में गंगाजल का छिड़काव करें।
3. ग्रहण के बाद दान करें। ग्रहण समाप्ति के बाद सीधा दान करें। इसमें गुड़, आटा, घी, नमक और शक्कर एक थाली में रखकर मंदिर में दान करें।
4. ग्रहण से पहले भोजन और पानी में तुलसी के पत्ते डाल दें। तुलसी पत्तियां ग्रहण की नकारात्मक ऊर्जा से खाद्य पदार्थों की रक्षा करती हैं।
5. ग्रहण के बाद काली गाय के घी का दीपक बनाकर अखंड ज्योत जलाने से आर्थिक समस्या दूर होती है।

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