khagras chandra grahan 2023: हिंदू धर्म में सूतक और पातक का पालन किया जाता है। ग्रहण काल के दौरान सूतक लगने से घर, पदार्थ और शरीर में अशुद्धि लग जाती है। इसके लिए ग्रहण के बाद शुद्ध के कार्य किए जाते हैं। 28 अक्टूबर 2023 की रात में 01 बजकर 05 मिनट पर लगेगा और 02 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा। इसका सूतक काल दोपहर 04 बजकर 05 मिनट पर प्रारंभ होकर ग्रहण काल के बाद समाप्त हो जाएगा।
चंद्र ग्रहण के बाद क्या करें?
ग्रहण के बाद घर की साफ सफाई करके गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए।
ग्रहण की समाप्ति के गंगा स्नान या औषधि स्नान करना चाहिए।
ग्रहण के बाद भगवान की मूर्तियों को भी जल से स्नान आदि कराकर शुद्ध करना चाहिए।
स्नान करके गाय को घास, पक्षियों को अन्न और जरूरतमंदों को वस्त्र दान देने की सलाह दी गई है।
ग्रहण काल के बाद गरीब या किसी ब्राह्मण को दान देना चाहिए।
कांसे की कटोरी में घी भरकर तांबे का सिक्का डालकर अपना मुंह देखकर दान करने से लाभ मिलेगा।
ग्रहण के बाद पानी में तुलसीदल डालकर ही जल पीना चाहिए।
ग्रहण के बाद शुद्ध ताजा भोजन बनाकर ही खाना चाहिए।
ग्रहण के स्पर्श से पूर्व ही दूध, दही, घी, अचार, चटनी, मुरब्बा, जैसी भोज्य सामग्री में कुशा अथवा तुलसीदल रख देना चाहिए।