भाजपा के चुनावी चाणक्य और गृहमंत्री अमित शाह ने मध्यप्रदेश में पांचवी बार भाजपा को सत्ता में लाने के लिए पूरी कमान अपने हाथों में ले ली। रविवार को मध्यप्रदेश के दौरे पर आए अमित शाह ने भोपाल में प्रदेश में भाजपा सरकार के 20 साल के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड पेश किया तो वहीं ग्वालियर में भाजपा कार्यमिति की बैठक में अमित शाह पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया। अमित शाह के लगातार मध्यप्रदेश दौरे के बाद साफ है कि मध्यप्रदेश में भाजपा “शाह मॉडल पर चुनाव लड़ने जा रही है। आखिर क्या है “शाह मॉडल” जिस पर भाजपा मध्यप्रदेश में चुनाव लड़ने जा रही है,पढ़िए वेबदुनिया कीकी खास रिपोर्ट।
मोदी के चेहरे पर चुनाव में फोकस-मध्यप्रदेश में भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ने जा रही है। रविवार को खुद गृहमंत्री अमित शाह ने साफ कर दिया कि चुनाव में सिर्फ मोदी ही चेहरा होंगे। भाजपा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कामकाज को जनता के बीच ले जाकर लोगों से वोट की अपील करेगी। मीडिया से बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनी और प्रधानमंत्री मोदी जी ने मध्यप्रदेश की दिल खोलकर मदद की। डबल इंजन वाली सरकार ने प्रदेश में विकास के नए प्रतिमान गढ़े। इसका प्रति उत्तर देते हुए प्रदेश की जनता ने भी दिल खोलकर वोट दिये। 2019 में 29 में से 28 सीटें भाजपा को दीं और 2024 में जो एक सीट की कमी रह गई है, वो भी जनता पूरी कर देगी। शाह ने कहा कि मैं प्रदेश की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि देश के अमृतकाल में मध्यप्रदेश देश का अग्रणी राज्य बनेगा।उन्होंने कहा कि आने वाला चुनाव प्रदेश को विकसित और सर्वोच्च राज्य बनाने तथा गरीबी से संपूर्ण मुक्ति दिलाने वाला चुनाव है और मुझे पूरा विश्वास है कि प्रदेश की 9 करोड़ जनता का आशीर्वाद हमें मिलेगा।
डबल इंजन सरकार का विकास का मॉडल-अमित शाह ने साफ कर दिया है कि भाजपा चुनाव में डबल इंजन की सरकार के विकास मॉडल को चुनाव में अपना मुख्य मुद्दा बनाएगी। मीडिया के सवालों पर अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस की नई परंपरा डाली है। उन्होंने कहा कि भाजपा विकास के मॉडल के साथ चुनाव में उतरेगी। उन्होंने कहा 2003 से पहले मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, प्रदेश बीमारू राज्यों में गिना जाता था। हॉलिस्टिक एप्रोच के साथ एक बीमारू राज्य को देश के सबसे विकसित राज्यों में 20 साल में पहुंचाने का प्रयास भाजपा सरकार ने किया है । आज मध्यप्रदेश विकसित राज्यों की अग्रणी पंक्ति में खड़ा है।
लाभार्थी वोटर्स पर फोकस- उत्तरप्रदेश की तरह मध्यप्रदेश में भी भाजपा लाभार्थी पर फोकस कर चुनाव जीतने की तैयारी में है। रविवार को भोपाल में भाजपा सरकार के 20 साल के रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए भाजपा ने प्रदेश में गरीब कल्याण महाअभियान शुरु किया है। गरीब कल्याण महाअभियान के तहत पार्टी केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी वर्ग तक पहुंचकर उनके पार्टी के लिए समर्थन मांगेगी। खुद गृहमंत्री अमित शाह ने भी कहा कि जिन व्यक्ति को पीएम आवास योजना में एक लाख का मकान मिला है वह भाजपा को वोट करेगी न कि 200 रुपए का बिजली का बिल माफ करने वालों को। अमित शाह ने ग्वालियर में पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि आप योजनाओं को गिनाकर नहीं बल्कि योजनाओं का लाभ लेने वालों से संपर्क रखना होगा।
अमित शाह ने कहा कि प्रदेश में फसल बीमा में 25 हजार करोड़ रुपए का फायदा हुआ है, जल जीवन मिशन, 8.2 करोड़ घर और 60 लाख नल कनेक्शन दिए गए है। आयुष्मान भारत योजना में 3.6 करोड़ लाभार्थी हैं, जिसमें से 30 लाख लाभार्थियों ने अपना ऑपरेशन करवा चुके हैं। 80 लाख शौचालयों का निर्माण पूरा हो चुका है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत लगभग 44 लाख गरीब परिवारों को मिला पक्का घर, प्रदेश के 5.30 करोड़ लोगों को नियमित रूप से निःशुल्क खाद्यान्न मिल रहा है।
बूथ जीतने पर फोकस- मध्यप्रदेश में सत्ता बरकरार रखने के लिए भाजपा ने अपना पूरा फोकस बूथ पर कर दिया है। अमित शाह ने कहा कि बूथ पर हर पन्ना प्रमुख के साथ बैठकर 50 प्रतिशत वोट हासिल करने का संकल्प दिलाना है। बूथ पर पार्टी को मजबूत करने के लिए अमित शाह ने विशेष सदस्यता अभियान लॉन्च किया। अभियान के तहत 18 साल से 23 साल के बीच के नव मतदाता, हितग्राही महिला मतदाता सहित अन्य वर्गों को जोड़ने के लिए पार्टी द्वारा विशेष सदस्यता अभियान मिस कॉल नंबर 7000230230 जारी किया गया है।
कार्यसमिति की बैठक में अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को बूथ जीतने का मंत्र देते हुए कहा कि आज यहां चार पीढ़ी के कार्यकर्ता बैठे हैं। देश-दुनिया में बहुत कम राजनीतिक पार्टियों के पास ऐसे देवदुर्लभ कार्यकर्ताओं की टीम है। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारे पास चार पीढ़ियों की टीम है। उन्होंने कहा कि एक बार की विजय अगली विजय के उत्साह को पैदा करती है, परंतु बार-बार विजय मिले तो आलस्य पैदा होता है। इसलिए आलस्य को त्यागकर पूरे उत्साह के साथ कार्यकर्ताओं को जुटना होगा। भगवान श्री हनुमान जी की तरह अपनी शक्तियों को पहचान कर अपने बूथ पर पूरे प्राणप्रण से जुटना होगा। उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ आपको विजय का संकल्प याद दिलाने आया हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि जिस बूथ पर हमारा कार्यकर्ता पूरी मजबूती के साथ खड़ा हो जाएगा, वहां भले ही 100 कांग्रेस कार्यकर्ता क्यों न आ जाएं, पटखनी देने के लिए काफी है। यहां पर बैठे सब कार्यकर्ताओं में चुनाव जीतने और जिताने की क्षमता है। आपको कुछ सिखाने की जरूरत नहीं है, सिर्फ स्मरण करने की जरूरत है।
150 सीटे जीतने का टारगेट-ग्वालियर में भाजपा कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए अमित शाह ने भाजपा कार्यकर्ताओं को 150 सीटें जीतने का टारगेट दिया। अमित शाह ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि मध्यप्रदेश का कार्यकर्ता देवदुर्लभ और अनुभवी कार्यकर्ता है। यहां के कार्यकर्ता के पास लंबा अनुभव है। मध्यप्रदेश के कार्यकर्ता ने चुनाव जीते भी हैं और जिताए भी हैं। आज हम जिस पद पर भी हैं, भाजपा के कार्यकर्ता ही हैं। इसलिए यह चुनाव भाजपा के भविष्य का चुनाव है, भारतमाता के वैभव को परम शिखर पर पहुंचाने का चुनाव है। भारतमाता को परम वैभव पर पहुंचाने के लिए इस चुनाव में हमें 150 सीटें जीतकर कांग्रेस को परास्त करना होगा।
शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश में सबसे अधिक चुनाव जीतने का रिकॉर्ड है। पंचायत से लेकर जिला व विधानसभा चुनाव जीतने का अनुभव है। 2019 में 29 में से 28 जिताने वाला कार्यकर्ता मेरे सामने बैठा है। इसलिए संकल्प लें कि लोकसभा चुनाव में इस बार सबसे पहले छिंदवाड़ा की सीट जीतकर विजय संकल्प अभियान की शुरूआत करेंगे। इस संकल्प को अगर हमें सिद्ध करना है तो 2023 में डेढ़ सौ से अधिक सीटें जीतकर भाजपा का भगवा एक बार फिर मध्यप्रदेश में लहराना होगा।
राष्ट्रवाद पर फोकस-भाजपा कार्यसमिति की बैठक में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि इस बार राष्ट्रवाद की विजय होगी। उन्होंने कहा कि 2018 में चुनाव हम नहीं हारे थे, एक लाख वोट हमें अधिक मिले थे। इस बार जातिवाद, तुष्टिकरण, परिवारवाद सामने आएगा, लेकिन यह सब चलने वाला नहीं है क्योंकि प्रदेश की जनता कांग्रेस को अच्छी तरीके से जान गई है। इस बार राष्ट्रवाद की विजय होगी।
गुटबाजी पर सख्त-इसके साथ ही गृहमंत्री ने संगठन में कसावट लाने के लिए कार्यकर्ताओं को दो टूक नसीहत भी दी। ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलाध्यक्षों को फटकार लगाते हुए अमित शाह ने कहा कि आप लोगों की वर्किंग ऐसी ही रही तो संभाग जीतना मुश्किल होगा। अमित शाह ने ग्वालियर-चंबल के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बूथ पर पूरी जानकारी रखने के साथ बूथ मैनेजमेंट पर पूरा फोकस करें। अमित शाह ने कहा कि पन्ना प्रमुखों को बीमा एजेंट की तरह काम करना होगा।