विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने मध्य प्रदेश के 57 और उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी परंपरागत सीट बुधनी से चुनाव लड़ेंगे, जबकि पार्टी ने दतिया से वर्तमान सरकार में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है।
पार्टी ने खुरई से मंत्री भूपेन्द्र सिंह चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि रेहली एक बार फिर गोपाल भार्गव पर भरोसा जताया है। भोपाल की नरेला सीट से शिवराज के मंत्री विश्वास सारंग एक बार फिर मैदान में रहेंगे। ग्वालियर से पार्टी ने प्रद्युम्न सिंह तोमर को उम्मीदवार बनाया है।
सत्तारूढ़ दल की चौथी सूची में शामिल सभी उम्मीदवार मौजूदा विधायक हैं, जिनमें से 24 मंत्री हैं। प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए एक ही चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा, जबकि वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
इसके साथ ही सत्तारूढ़ भाजपा अब तक 136 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। इससे पहले, भाजपा ने 79 उम्मीदवारों की घोषणा की थी, जिसमें 39-39 उम्मीदवारों की दो सूची और एक उम्मीदवार की तीसरी सूची शामिल है। राज्य के सीहोर जिले के बुधनी से चौहान के अलावा, भाजपा ने रीवा जिले के देवतालाब से विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को मैदान में उतारा है।
24 मंत्रियों को टिकट : भाजपा ने प्रदेश के 24 मंत्रियों को चुनावी टिकट दिया है, जिनमें गृहमंत्री मिश्रा (दतिया), अरविंद सिंह भदौरिया (अटेर), विश्वास सारंग (नरेला, भोपाल), प्रद्युम्न सिंह तोमर (ग्वालियर), भरत सिंह कुशवाह (ग्वालियर ग्रामीण), भूपेन्द्र सिह (खुरई), कमल पटेल (हरदा), गोविंद सिंह राजपूत (सुरखी), गोपाल भार्गव (रेहली), राहुल सिंह लोधी (खरगापुर), ब्रजेंद्र प्रताप सिंह (पन्ना), राजेंद्र शुक्ला (रीवा), बिसाहूलाल सिंह (अनूपपुर), मीना सिंह (मानपुर), प्रभुराम चौधरी (सांची), विजय शाह (हरसूद), प्रेम सिंह पटेल (बड़वानी), राजवर्धन सिंह (बदनावर), तुलसीराम सिलावट (सांवेर), मोहन यादव (उज्जैन दक्षिण), जगदीश देवड़ा (मल्हारगढ़), हरदीप सिंह डंग (सुवासरा), रामकिशोर कावरे (परसवाड़ा) और ओम प्रकाश सकलेचा (जावद) शामिल हैं।
भोपाल जिले से पार्टी ने जिन उम्मीदवारों को फिर से मैदान में उतारा है, जिनमें रामेश्वर शर्मा (हुजूर), कृष्णा गौर (गोविंदपुरा) और विष्णु खत्री (बैरसिया) शामिल हैं।
पिछले महीने के अंत में घोषित दूसरी सूची में, भगवा पार्टी ने सात लोकसभा सांसदों को मैदान में उतारा था, जिनमें केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (दिमनी से उम्मीदवार), प्रह्लाद पटेल (नरसिंगपुर), फग्गन सिंह कुलस्ते (निवास - एक एसटी आरक्षित सीट) साथ ही बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (इंदौर-1) शामिल हैं।
2018 में कांग्रेस ने जीती थी 114 सीटें : वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और स्वतंत्र उम्मीदवारों के समर्थन से कमलनाथ के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनाई थी क्योंकि इन चुनावों में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। प्रदेश के 230 सदस्यीय सदन में कांग्रेस ने 114 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 109 सीटें मिली थीं।
हालांकि, नाथ के नेतृत्व वाली सरकार 15 महीने बाद गिर गई जब कांग्रेस विधायकों का एक वर्ग, जिनमें से अधिकांश केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रति वफादार थे, पार्टी छोड़ कर भाजपा में शामिल हो गए। मार्च 2020 में भगवा पार्टी सत्ता में लौट आई और शिवराज सिंह चौहान रिकॉर्ड चौथी बार मुख्यमंत्री बने।
मध्य प्रदेश के लिए घोषित 57 उम्मीदवारों की सूची देखें
भारतीय जनता पार्टी केन्द्रीय चुनाव समिति ने मध्य प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव 2023 के लिए निम्नलिखित नामों पर अपनी स्वीकृति प्रदान की है। pic.twitter.com/YgJqVlrMn6