MP चुनाव में नाम वापसी:भोपाल में कांग्रेस को राहत, इंदौर में झटका, बुरहानपुर में मुश्किल में भाजपा

विकास सिंह

गुरुवार, 2 नवंबर 2023 (15:38 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए चुनावी तस्वीर साफ हो गई है। गुरुवार को नाम वापसी के आखिरी दिन भाजपा और कांग्रेस के कई बागियों ने अपने नाम वापस ले लिए, वहीं कई सीटों पर भाजपा और कांग्रेस दोनों के बागी काफी मनौव्वल के बाद भी नहीं माने और चुनावी मैदान में आ डटे है।

भोपाल में कांग्रेस को बड़ी राहत-भोपाल में दो विधानसभा सीटों पर बागियों से जूझ रही कांग्रेस को बड़ी राहत मिली है। हुजूर विधानसभा सीट से पूर्व विधायक जितेंद्र डागा ने अपना नामांकन वापस ले लिया। जितेंद्र डागा ने अपना नामांकन वापस लेने के साथ कांग्रेस प्रत्याशी नरेश ज्ञानचंदानी को अपना समर्थन देने का एलान कर दिया।

इंदौर में नहीं माने बागी- इंदौर में महू विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया। आज उन्होंने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गए।

इन सीटों पर कांग्रेस की बागी पीछे हटे- उज्जैन की तराना विधानसभा सीट से कांग्रेस के बागी मुकेश परमार ने आज नाम वापसी के आखिरी दिन अपना नाम वापस ले लिया। इसके साथ ही जबलपुर जिले की सिहोर विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे कांग्रेस नेता जमुना मरावी ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया। इसके साथ ही झाबुआ सीट से बागी के रूप में अपना नामांकन करने वाले पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया है।

भाजपा के कई बागी माने- विधानसभा चुनाव के नामांकन वापसी के आखिरी दिन भाजपा के कई बागियों ने अपने नाम वापस ले लिए। धार जिले की मनावर विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री रंजना बघेल ने अपना नामांकन वापस लेकर भाजपा को समर्थन करने का एलान किया है। गौरतलब है कि रंजना बघेल को मनाने का काम खुद गृहमंत्री अमित शाह ने किया था।

इसके साथ जबलपुर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल ने सीएम शिवराज के दखल देने के बाद जबलपुर उत्तर-मध्य सीट से अपना नाम वापस ले लिया है। वहीं रीवा जिले की मनगवां विधानसभा सीट से भाजपा के बागी पंचूलाल प्रजापति की पत्नी पन्नाबाई ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। वहीं रतलाम की आलोट विधानसभा सीट से भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष रमेश मालवीय ने अपना नाम वापस ले लिया है। इसके साथ शाजापुर में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह जादौन और धार की बदनावर विधानसभा सीट से भाजपा नेता रतनलाल पाटीदार ने अपना नामांकन वापस ले लिया है।

बुरहानपुर में भाजपा की मुश्किलें बढ़ी-बुरहानपुर में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन चौहान के निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने से भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई है। बुरहानपुर भाजपा की हाईप्रोफाइल सीट है और यहां से पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस चुनावी मैदान में है। 2018 के विधानसभा चुनाव में अर्चना चिटनिस को हार का सामना करना पड़ा था।
 

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