भाजपा 143, कांग्रेस 71, बसपा 7, समाजवादी पार्टी 1, भारतीय जनशक्ति पार्टी 5 एवं अन्य 3 उम्मीदवार विजयी हुए। इस चुनाव में भाजपा को उमा भारती की बगावत के कारण नुकसान उठाना पड़ा था। उमा ने इस चुनाव भारतीय जनशक्ति पार्टी के बैनर तले अपने उम्मीदवार उतारे थे। हालांकि उमा की पार्टी 5 सीटें जीतने में ही सफल हो पाई थी।
चूंकि उमा का प्रयोग सफल नहीं रहा, इसलिए उन्हें फिर भाजपा में लौटना पड़ा। वे फिर केन्द्र की राजनीति में चली गईं और मोदी सरकार में मंत्री भी बनी थीं। 12 दिसंबर 2008 शिवराज सिंह चौहान ने दूसरी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।