अब विवाह के लिए एक माह इंतजार करना पड़ेगा। 13 मार्च से 9 अप्रैल तक खरमास होने के कारण विवाह के लिए शुभ मुहूर्त नहीं है।
इसके अलावा कोई अन्य शुभ कार्य भी नहीं किए जा सकेंगे। 14 अप्रैल से शादियों की धूम रहेगी। रामनवमी में शादी के लिए शुभ मुहूर्त नहीं होने के बावजूद मंडप सजेंगे। मार्च में केवल एक मुहूर्त 12 तारीख को था।