Sharad Mishra alias Khunti Guru of Prayagraj: संगम नगरी प्रयागराज के जीरो रोड पर अड्डेबाजी कर समय काटने वाले फक्कड़ स्वभाव के 65 वर्षीय शरद मिश्रा उर्फ खूंटी गुरु के मौनी अमावस्या को लापता होने और 12 दिन बाद घर पहुंचने की खबरों का खुद खूंटी गुरु ने खंडन किया है। जब खूंटी गुरु से संपर्क कर इस पूरी घटना के बारे में जानना चाहा, तो उन्होंने दो टूक कहा, यह खबर फर्जी है। किसी ने मजाक में मेरे लापता होने की बात सोशल मीडिया पर वायरल कर दी और बाद में आगे की कहानी गढ़ दी गई।
जीरो रोड के बादशाही मंडी में जड़ियन टोला में खूंटी गुरु के पड़ोसी अनिल मिश्रा ने बताया कि पहली बात की खूंटी गुरु मेले में गए ही नहीं। जो व्यक्ति जाड़े में घर में ना नहाए वह मेले में जाकर कैसे नहा सकता है। वह यहीं घर में रहे और उनके किसी दोस्त ने मजाक में उनकी फोटो को सोशल मीडिया में लापता बताते हुए डाल दी।
यह पूछने पर किया क्या खूंटी गुरु पिछले 13 दिनों में घर से बाहर दिखे, तो खूंटी गुरु के घर के सामने परचून की दुकान चलाने वाले राम चंद्र साहू ने कहा कि गुरु दिनभर यहीं रहत हैं... उनके दोस्त लोग मजाक में ई काम किए हैं। एक अन्य पड़ोसी विनीत गोस्वामी ने बताया कि खूंटी गुरु जीरो रोड में उठते बैठते हैं और इनसे छोटे बच्चे तक मजाक करते हैं। मजाक मजाक में इनके किसी दोस्त ने फेसबुक में गुरु के लापता होने की बात डाल दी और यह वायरल हो गई।
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, खूंटी गुरु मौनी अमावस्या के दिन से लापता थे और उनके दोस्तों ने सोचा कि लगता है खूंटी गुरु भगदड़ में निपट गए। दोस्तों ने 13 ब्राह्मणों को भोज देने की तैयारी की थी, तभी खूंटी गुरु घर पहुंच गए। गुरु को जीवित देखकर दोस्तों में खुशी की लहर दौड़ गई। (भाषा/वेबदुनिया)