सिवनी में पत्रकारों और भाजपा कार्यकर्ताओं को घड़ी बाँटने के कारण आदर्श चुनाव आचार संहिता के पालन को लेकर चुनाव आयोग के निशाने पर आए मध्यप्रदेश के सहकारिता मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने आयोग से उन पर लगाए आरोप खारिज करने का आग्रह किया है।
इस मामले पर चुनाव आयोग के नोटिस के जवाब में बिसेन ने कहा है कि यह पूरा प्रकरण केन्द्रीय उद्योग मंत्री कमलनाथ सहित उनके अन्य विरोधियों द्वारा रची गई साजिश है। सात मार्च की इस कथित घटना पर चुनाव आयोग ने उन्हें दस मार्च को नोटिस दिया था और उसका जवाब उन्होंने कल शाम आयोग को भेजा है।
उन्होंने कहा कि उनके द्वारा आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता क्योंकि चुनाव की घोषणा के बावजूद प्रदेश में अभी उससे संबंधित कोई गतिविधि शुरू नहीं हुई है।
बिसेन ने कहा कि प्रदेश में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सात मार्च तक कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किए जा सके थे और इसलिए किसी के समर्थन में मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रश्न ही नहीं था।