प्रवेश एवं शुल्क निर्धारण समिति ने हॉस्टल, यातायात व ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट शुल्क में निजी व्यावसायिक कॉलेजों के छात्रों को बड़ी राहत दी है। समिति ने सत्र 2009-10 के लिए इन सुविधाओं का अधिकतम शुल्क निर्धारित कर दिया है।
हॉस्टल, बस व प्लेसमेंट छात्रों के लिए ऐच्छिक होगा। कॉलेज प्रबंधन इनके लिए छात्रों पर दबाव नहीं बना सकेंगे। छात्रों पर इन सुविधाओं के लिए दबाव बनाने वाले संस्थानों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
जो छात्र इन सुविधाओं का लाभ लेना चाहते हैं उनके लिए यातायात शुल्क प्रति सेमेस्टर 3500 रुपए, हॉस्टल शुल्क 3000 रुपए तथा ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट शुल्क अधिकतम 500 रुपए रहेगा।
इसके अलावा छात्रों से विभिन्ना गलतियों के लिए ली जाने वाली फाइन की राशि 25 रुपए से अधिक नहीं होगी। संस्थान फाइन की राशि इससे अधिक चार्ज नहीं कर सकेंगे। मंगलवार को समिति अध्यक्ष डॉ.पीएल चतुर्वेदी की अध्यक्षता मे हुई बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया।
10 हजार तक वसूलते थे संस्थान : साथ ही ऐसी संस्थाएँ जहाँ 30 फीसदी से ज्यादा सीटें रिक्त रहती हैं, वे भी छात्रों से औसत शुल्क ही ले सकेंगी। समिति अध्यक्ष डॉ.चतुर्वेदी ने बताया कि जिन संस्थानों में एके्रडिट कोर्स संचालित किया जा रहा है उन्हें विकास शुल्क की सुविधा पूर्ववत जारी रहेगी।
गौरतलब है कि अभी तक यातायात व प्लेसमेंट के नाम पर छात्रों से निजी संस्थान मनमानी फीस वसूलते थे। सुविधा न लेने पर भी छात्रों से इनका शुल्क जबरन वसूला जाता था।
छात्रों की शिकायत के अनुसार बस की फीस जहाँ 8 से 10 हजार रुपए प्रति सेमेस्टर थी, वहीं प्लेसमेंट के नाम पर 1 हजार रुपए तक वसूले जाते थे, वह भी प्रथम सेमेस्टर में। यही नहीं एक गलती पर फाइन की राशि 100 रुपए तक ली जाती थी। समय सीमा में जमा नहीं करने पर फाइन पर भी फाइन लगाया जाता था।-नईदुनिया
*सुविधा व राशि शुल्क *यातायात 3500 रु. प्रति सेमेस्टर *हॉस्टल 3000 रु. प्रति सेमेस्टर *ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट 500 रु. *फाइन अधिकतम 25 रु.