भोपाल। मध्यप्रदेश में ब्रांडेड कंपनियों को मिलावटी दूध सप्लाई करने के एसटीएफ के खुलासे के बाद अब सांची दुग्ध संघ ने ग्वालियर चंबल इलाके की 200 दुग्ध सोसाइटियों को ब्लैक लिस्टेड कर दिया है।
दुग्ध संघ ने जिन दुग्ध सोसाइटियों को ब्लैक लिस्टेड किया है, जांच में इन सोसाइटियों से सप्लाई होने वाले दूध की क्वालिटी सही नहीं पाई गई है। वहीं अब प्रशासन इन सोसाइटियों के संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने जा रहा है।
दूसरी ओर पिछले दिनों भिंड, मुरैना में एसटीएफ की नकली दूध के कारोबारियों पर बड़ी कार्रवाई के बाद जागा प्रशासन बड़े पैमाने पर लगातार छापामार कार्रवाई कर रहा है। प्रशासन का पूरा जोर ग्वालियर चंबल के उन इलाकों पर है, जहां पिछले दिनों बड़े पैमाने पर मिलावटी दूध बरामद हुआ था।
मिलावटी दूध पाए जाने पर इस इलाके में अब तक कई दूध डेयरियों को प्रशासन ने सील कर दिया है। ग्वालियर चंबल रीजन में हुए बड़े खुलासे के बाद अब इन इलाकों में बड़े पैमाने पर छापामार कार्रवाई की जा रही है, जिसमें लगातार मिलावटी दूध और मावा जब्त हो रहा है।
मिलावटखोरों पर शिकंजा : पिछले दिनों ग्वालियर चंबल रीजन में एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बड़े पैमाने पर सिंथेटिक दूध के कारोबार का पर्दाफाश किया था। एसटीएफ की पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया था कि दूध उत्पादक कंपनियों को भी सिंथेटिक दूध सप्लाई होता था।
इधर मिलावटी दूध की जांच को लेकर अब खाद्य विभाग भी सक्रिय हो गया है। खाद्य विभाग के ज्वाइंट कंट्रोलर डीएस नागेंद्र का कहना है कि पूरे प्रदेश में मिलावटी दूध, पनीर और मावे की जांच के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है।
विभाग के उड़न दस्ते को जहां भी मिलावटी समान मिल रहा है, उसको वहीं पर नष्ट किया जा रहा है। वहीं फेस्टिव सीजन करीब आने के चलते अब प्रशासन और चौंकन्ना हो गया है। फूड विभाग दूसरे प्रदेशों से आने वाले खाद्य पदार्थों पर कड़ी नजर रख रहा है।