कांग्रेस का ‘मुगल प्रेम’: मणिशंकर अय्यर के बाद कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा अकबर के शासनकाल में बढ़ी थी जीडीपी

विकास सिंह

मंगलवार, 16 नवंबर 2021 (17:40 IST)
भोपाल। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर का मुगलों पर दिए बयान पर बवाल अभी थमा नहीं था कि अब कांग्रेस की एक और नेता का मुगल प्रेम सामने आ गया है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी भारत में मुगल शासकों के शासनकाल की तारीफ की है। भोपाल दौरे पर आई कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कुछ मुगल शासक बुरे हो सकते हैं लेकिन कुछ मुगल शासक अच्छे भी थे।
 
मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि पूरे मुगल शासन को ब्लैक हिस्ट्री बता देना झूठे लोगों का काम है और यहीं काम आरएसएस और भाजपा करती है। मुगल शासकों ने भारत को को अपनाया और यही रच बस गए। पूरे मुगल शासन को ये पेंट कर देना कि वो खराब थे ये इतिहास के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ है। सुप्रिया श्रीनेत ने मुगल शासन की तारीफ करते हुए कहा कि मुगल सम्राट अकबर के शासन में देश की जीडीपी बढ़ने के साथ देश में सर्वधर्म स्वभाव स्थापित हुआ था।
 
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने बीजेपी नाकारा राजनीति करना चाहती है विकास पर नहीं हिंदू मुसलमान पर सियासत करती है। वहीं सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि सलमान खुर्शीद ने जो बयान दिया वो उनका निजी विचार हैं लेकिन उन्होंने कुछ बात ठीक कही है हिंदू धर्म शांति का धर्म है।

कांग्रेस नेत्री ने कहा कि पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा रहेगा बीजेपी को जनता जवाब देगी। कांग्रेस ने अंग्रेजो के 200 साल के शासन को कभी नहीं रोया। कांग्रेस सिर्फ विकास को लेकर देश में काम 70 साल से करती रही लेकिन बीजेपी 8 साल में कांग्रेस के 70 सालों को गिनाती रहती है।
 
गौतलब है कि कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने मुगलों की तारीफ करते हुए उन्हें देशभक्त बताया था। अय्यर ने कहा था कि मुगलों ने इस देश को अपना देश बनाया। अय्यर ने कहा था कि अंग्रेज कहते थे हम राज करने आए हैं लेकिन मुगलों ने ऐसा नहीं किया। 
 
मणिशंकर अय्यर ने बाबर और हुमायूं दोनों की तारीफ की थी। अय्यर ने कहा कि बाबर ने अपने पुत्र हुमायूं को एक पत्र लिखा था और उसमें लिखा था कि अगर आप इस देश को चलाना चाहते हैं, साम्राज्य को सुरक्षित रखना चाहते हैं तो यहां के निवासियों के धर्म में हस्तक्षेप नहीं करेंगे क्योंकि यह लोग सभ्य हैं, उनकी एक प्राचीन आस्था है, उनका दर्शन गहरा है।
 

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