चुनाव अभियान समिति-कांग्रेस की इलेक्शन कैंपेन कमेटी में कांतिलाल भूरिया, प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी, अरूण यादव, अजय सिंहं और राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा सहित अन्य नेताओं को शामिल किया गया है। इनक अलावा पार्टी के सभी आनुषांगिक संगठनों के अध्यक्षों और एससी, एसटी,ओबीसी और अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रमुखों को भी चुनाव अभियान समिति का सदस्य बनाया गया है।
आदिवासी वर्ग से आने वाले कांतिलाल भूरिया को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाकर कांग्रेस ने आदिवासी वोट बैंक को साधने की कोशिश की है। मालवा-निमाड़ के साथ कांतिलाल भूरिया प्रदेश में एसटी वर्ग के लिए आरक्षित 48 विधानसभा सीटों पर सीधा असर डालेगे। दरअसल भाजपा के आदिवासी एजेंडा को काउंटर करने के लिए कांग्रेस ने कांतिलाल भूरिया को आगे किया है। विधानसभा चुनाव में आदिवासियों के बड़े वोट बैंक को देखते हुए भाजपा आदिवासी वोटर्स में सेंध लगाने की कोशिश कर रही थी। ऐसे में कांग्रेस ने कांतिलाल भूरिया को चुनाव अभियान समिति की कमान सौंपकर आदिवासी मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की है।
प्रदेश चुनाव समिति-वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की अध्यक्षता में बनाई गई प्रदेश चुनाव समिति, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, अरूण यादव, अजय सिंह, विवेक तन्खा, राजमणि पटेल, नकुलनाथ, सज्जन सिंह वर्मा, विजय लक्ष्मी साधौ, तरुण भनोट, ओमकार सिंह मरकाम, सुखदेव पांसे, बाला बच्चन, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल और आरिफ मसूद सहित पार्टी के सभी आनुषांगिक संगठनों के अध्यक्षों को शामिल किया गया है।