इंदौर शहर में बेतहाशा तरीके से सिगरेट पी जाती है। अगर आप भी स्मोकर हैं तो थोडा अलर्ट हो जाए। क्योंकि एमपी की आर्थिक राजधानी इंदौर में कई कंपनियां नकली सिगरेट बना रही हैं।
दरअसल, आईटीसी कंपनी के एरिया मैनेजर इलाके में सेल कम होने पर जब इसकी पड़ताल की तो पता चला कि यहां बड़े पैमाने पर उनकी कंपनी के नकली सिगरेट बेचे जा रहे हैं। इस बात की जानकारी मिली, तो उन्होंने पुलिस की मदद से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की। इस दौरान आरोपियों के कब्जे से 4 लाख रुपए मूल्य की नकली सिगरेट जब्त की गई।
दरअसल, मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) में नकली सिगरेट बेचने वाले बड़े सिडिकेट का खुलासा हुआ। पुलिस छापेमारी में यहां से 10 से ज्यादा कंपनियों के सिगरेट (Cigarettes) जब्त किए गए हैं।
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में नकली सिगरेट का कारोबार करने वाले दो लोगों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की है। इस मामले में सिगरेट कारोबारी संजय केलवानी और भगवान दास मंगवानी को जूनी इंदौर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि ये इस इलाके में अवैध रूप से तमाम बड़ी कंपनियों की नकली सिगरेट का कारोबार कर रहे थे।
ITC कंपनी ने दर्ज कराई FIR : दरअसल, आईटीसी कंपनी के एरिया मैनेजर इलाके में सेल कम होने पर जब इसकी पड़ताल की तो पता चला कि यहां बड़े पैमाने पर उनकी कंपनी के नकली सिगरेट बेचे जा रहे हैं। इस बात की जानकारी मिली, तो उन्होंने पुलिस की मदद से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की। इस दौरान आरोपियों के कब्जे से 4 लाख रुपए मूल्य की नकली सिगरेट जब्त की गई।
इस मामले की जानकारी देते हुए उपनिरीक्षक विष्णु नीलकंठ ने बताया कि इंदौर के कलेक्टर कार्यालय के आसपास पान मसाला दुकान संचालित करने वाले दो आरोपियों के यहां ITC सिगरेट कंपनी के एरिया मैनेजर के साथ क्राइम ब्रांच और जूनी इंदौर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की।
इस दौरान ITC के एरिया मैनेजर ने पान मसाला दुकान पर रखी गई सिगरेट K10, A10, गोल्ड स्टेक गोल्डन कलर, मिडवे, सहित अन्य ब्रांड को नकली बताया, जिसके आधार पर पुलिस ने 4 लाख रुपए मूल्य की सिगरेट जब्त कर ली है। साथी पुलिस ने प्रतिबंधित गो गो पेपर भी पान मसाला कारोबारी की दुकान से जब्त किया है। आपको बता दें कि प्रदेश में नशे को कारोबार की रोकथाम के लिए पिछले दिनों ही पुलिस ने गोगो पेपर को प्रतिबंधित किया गया था। बावजूद इसके पान मसाला दुकान संचालक धड़ल्ले से ये पेपर बेच रहे थे।
Edited By Navin Rangiyal