भय्यू महाराज (50) ने यहां अपने बायपास रोड स्थित बंगले में 12 जून 2018 को उनकी लायसेंसी रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने भय्यू महाराज की खुदकुशी के 7 महीने बाद इस साल जनवरी में उनके खास सेवादार विनायक दुधाड़े (43) के साथ आध्यात्मिक गुरु की निजी सचिव के रूप में काम कर चुकी युवती पलक पुराणिक (25) और उनके एक अन्य सहयोगी शरद देशमुख (34) को गिरफ्तार किया था।
पुलिस के मुताबिक भय्यू महाराज के नजदीक रही युवती आपत्तिजनक चैट और अन्य निजी वस्तुओं के बूते उन पर शादी के लिए कथित रूप से दबाव बना रही थी, जबकि अधेड़ उम्र के आध्यात्मिक गुरु पहले से शादीशुदा थे। भय्यू महाराज के 2 विश्वस्त सहयोगियों-दुधाड़े और देशमुख पर आरोप है कि वे उन्हें ब्लैकमेल करने की साजिश में शुरुआत से शामिल थे और इस काम में युवती की लगातार मदद कर रहे थे।