उन्होंने कहा कि हालांकि इसमें थोड़ा खतरा था। उसे चोट आ सकती थी। लेकिन बोरवेल के समानांतर करीब 40 फुट गहरा गडढा खोदने के बाद जब बोरवेल में जाने के लिए सुरंग बनाई जा रही थी, तो वहां पर चट्टान आ गई, जिससे सुरंग बनाना असंभव हो गया था। इसमें काफी लंबा समय लग सकता था।