भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार कोरोना के बढ़ते हुए हुए मामलों के बाद अब सरकार ने सख्त रूख अख्तियार कर लिया है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण छुपाने और जांच में सहयोग नहीं करने वालों के खिलाफ FIR दर्ज कर उनको जेल भेजा जाएगा। सोमवार को मंत्रालय में कोरोना की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सभी जिलों में कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को टोटल लॉकडाउन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि लॉकडाउन और प्रशासन के आदेशों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई हो। यदि कोई कोरोना संक्रमण को छुपाता है अथवा जांच में सहयोग नहीं करता है तो यह गंभीर अपराध होगा और ऐसे लोगों के खिलाफ FIR कर जेल भेजे। इसके साथ ही कार्य में लापरवाही करने वालों के विरुद्ध भी कार्रवाई करें।
इसके साथ ही भोपाल में तेजी से कोरोना पॉजिटिव केस मिलने पर मुख्यमंत्री ने चिंता जाहिर की। मुख्यमंत्री ने भोपाल के कोरोना संक्रमण के हॉट स्पॉट बनने पर बाहर से आए लोगों को जिम्मेदार ठहराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण को और बढ़ने से रोकने का एक मात्र उपाय संपर्क के चेन को तोड़ना है और इसलिए भोपाल में शक्ति से लॉकडाउन को लागू किया गया है।
मुख्यमंत्री ने लोगों से घरों में रहने की अपील करते हुए कहा कि भोपाल को बचाने के लिए प्रशासन के सभी निर्देशों को पालन कीजिए। मुख्यमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि लॉकडाउन में अगर कोई भी अपने घर से बाहर निकला तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और किसी को भी दूसरों की जिंदगी से खेलने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर अब भी कोई भी बाहर व्यक्ति जांच से छूट गया है तो अपनी जांच करवाए नहीं तो लापवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।