भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने कॉलेज और यूनिवर्सिटी की परीक्षा को लेकर तस्वीर साफ कर दी है। इस बार स्नातक (ग्रेजुशन) के पहले और दूसरे वर्ष के साथ स्नातकोत्तर (पोस्ट ग्रेजुशन) के द्वितीय सेमेस्टर के छात्रों को मई में ओपन बुक प्रणाली से एग्जाम होंगे। वहीं स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षार्थियों के जून में ऑफलाइन तरीके एग्जाम देना होगा।
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने आज एग्जाम की तारीखों का एलान करते हुए कहा कि इस बार ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट पर किसी भी प्रकार का जनरल प्रमोशन नहीं दिया जाएगा। ग्रेजुशन में फर्स्ट ईयर एवं सेकंड ईयर और स्नातकोत्तर (पोस्ट ग्रेजुशन) के द्वितीय सेमेस्टर को स्टूडेंट की परीक्षा ओपन बुक प्रणाली तरीके से मई में होगी। स्नातक स्तर पर इस बार 14 लाख 88 हजार स्टूडेंट ओपन बुक प्रणाली तरीके से पेपर देंगे वहीं पोस्ट ग्रेजुशन में 1 लाख 35 हजार स्टूडेंट शामिल होंगे।
वहीं ग्रेजुएशन एवं पोस्ट ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षाएं ऑफलाइन तरीके से जून माह में होगी। उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि जून में स्नातक और परास्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं ऑफलाइन तरीके से कागज और पेन के माध्यम से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कॉलेजों में होगी। प्रदेश में इस साल ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुशन में 19 लाख स्टूडेंट शामिल होंगे।