बाबरिया मामले को लेकर राजनीति शुरू़ गृहमंत्री ने लिखा पत्र

सोमवार, 30 जुलाई 2018 (16:10 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश के विंध्य अंचल के प्रमुख शहर रीवा में कांग्रेस महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया के साथ कथित तौर पर पार्टी के ही कार्यकर्ताओं द्वारा धक्कामुक्की और दुर्व्यवहार की घटना के बाद आज इस मुद्दे को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। राज्य के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने बावरिया को समुचित सुरक्षा मुहैया कराने का आश्वासन देते हुए उन्हें पत्र भी लिख दिया है।


 
दरअसल, बावरिया रीवा में कल देर रात पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उनसे कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों को लेकर सवाल किया गया। इसके जवाब में बावरिया ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और वरिष्ठ पार्टी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम लिया। पत्रकार वार्ता के बाद कुछ ही देर में विश्राम गृह में कथित तौर पर कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बावरिया के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनके साथ धक्कामुक्की और दुर्व्यवहार किया। वहां मौजूद कुछ लोगों ने बीचबचाव कर स्थिति को और बिगड़ने से पहले ही संभाल लिया।

 
इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम की अनुगूंज शीघ्र ही राजधानी भोपाल के अलावा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक पहुंच गई। वहीं राज्य के गृहमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी नेता भूपेंद्र सिंह ने आज बावरिया को पत्र लिखकर कहा कि उन्हें विभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से आज पता चला कि रीवा में कल रात कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने उनके ऊपर हमला कर धक्कामुक्की की। इसके पहले बावरिया के साथ इस तरह की घटनाएं प्रकाश में आई हैं। 
सिंह ने लिखा है कि वे उनके (बावरिया) साथ हुई इस घटना से बेहद चिंतित हैं। गृहमंत्री ने बावरिया से अनुरोध किया है कि यदि वे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से उनकी सुरक्षा के लिए मध्यप्रदेश सरकार से सुरक्षा की जरुरत समझते हैं तो उन्हें बताएं, ताकि समुचित सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जा सके। मंत्री सिंह ने बावरिया को पत्र में आश्वस्त किया है कि राज्य सरकार उनकी समुचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करेगी।

 
इस बीच विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं विंध्य अंचल की राजनीति में खासा प्रभाव रखने वाले कांग्रेस नेता अजय सिंह ने कहा कि बावरिया के साथ जो भी घटनाक्रम हुआ, वह बेहद दुखद और निंदनीय है। उन्होंने कहा कि इस मामले की पार्टी स्तर पर जांच होना चाहिए। इससे साफ हो जाएगा कि इस घटना के पीछे किन लोगों का हाथ है।
राज्य विधानसभा के चुनाव इस वर्ष के अंत में होने वाले हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में लगभग तीन माह पहले वरिष्ठ नेता  कमलनाथ की ताजपोशी अरुण यादव के स्थान पर हुई है। वहीं वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी प्रदेश चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी केंद्रीय नेतृत्व ने सौंपी है। कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में भाजपा राज्य में लगातार चौथी बार सरकार बनाने के लक्ष्य के साथ मैदान में पूरी तैयारी के साथ आ गई है। (वार्ता) 

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