भोपाल। मध्यप्रदेश में डॉ. मोहन यादव कैबिनेट के विस्तार का काउंटडाउन शुरु हो गया है। रविवार को डॉ. मोहन यादव कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव दिल्ली में पार्टी में शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के बाद राजधानी भोपाल लौट आए है और माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे के दौरान कैबिनेट में शामिल होने वाले चेहरों पर अंतिम मोहर लग गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह पार्टी के कई शीर्ष नेताओं से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और दोनों उपमुख्यमंत्रियों के दिल्ली से लौटने के बाद अब लगभग यह तय माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल का विस्तार कभी भी हो सकता है। पार्टी से जुड़े सूत्र बताते है कि डॉ. मोहन यादव कैबिनेट में सांसद से विधायक बने पार्टी के कई दिग्गज नेताओं को शामिल करने को लेकर आलाकमान की हरी झंडी मिल गई है।
वहीं लोकसभा चुनाव को देखते ही कैबिनेट में क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन को साधने की कवायद नजर आ सकती है। ऐसे में मोहन यादव कैबिनेट में नए औऱ पुराने चेहरों के बीच सामंजस्य देखने को मिल सकता है। हाईकमान डॉ. मोहन यादव कैबिनेट में सभी क्षेत्रों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व देकर वोटर्स को साधने की कोशिश में है।
कैबिनेट में रामेश्वर शर्मा, विष्णु खत्री, रमेश मेंदोला, दिव्यराज सिंह, रीति पाठक, राव उदय प्रताप सिंह, एंदल सिंह कंसाना, अमरीश शर्मा, नारायण सिंह कुशवाह, धमेंद्र लोधी, हरीशंकर खटीक, संजय पाठक, संपतिया उइके, अरुण भीमावद, आशीष शर्मा, निर्मला भूरिया, अशोक रोहणी, शैलेंद्र जैन, करण सिंह वर्मा और चेतन कश्यप को शामिल किया जा सकता है। इसके साथ पिछली सरकार में मंत्री रहे तुलसी सिलावट, प्रद्युम्न सिंह तोमर, बृजेंद्र प्रताप सिंह, इंदर सिंह परमार, हरदीप सिंह डंग को फिर से मौका मिल सकता है।