अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि 15 मार्च को लालघाटी क्षेत्र के बरेला गांव में छह साल की मासूम फांसी के फंदे पर झूलती पाई गई थी। घटना को परिजन ने इस तरह से पेश किया था कि वह खेल-खेल में फांसी के फंदे पर झूल गई। विशेषज्ञ इसे फांसी बता रहे थे, लेकिन पुलिस इसे हत्या की नजर से देख रही थी।
पूछताछ में गुफरान ने बताया कि वह अपनी पत्नी के चरित्र को लेकर शक करता था। उसे लगता था कि छह साल की बेटी उसकी नहीं किसी और की है। वह उससे नफरत करता था। इसके चलते उसने मासूम को कई बार हवस का शिकार बनाया। 15 मार्च को मासूम के साथ गलत काम करके फांसी के फंदे पर टांग दिया। उस समय आरोपी की पत्नी बाजार गई हुई थी। (वार्ता)