मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार विदिशा में इस केंद्र का शुभारंभ करते हुए कहा कि इसके शुरू होने से विदिशा सहित रायसेन, गुना, अशोकनगर, सागर और दमोह जिले के नागरिकों को अब पासपोर्ट बनवाने के लिए भोपाल नहीं जाना पड़ेगा। यह लघु केंद्र पासपोर्ट सेवा केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को इस पासपोर्ट सेवा केंद्र को खोलने के लिए धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि आवेदन-पत्र की जांच के साथ ही उसकी स्वीकृति भी 1 ही दिन में पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। पहले दिन शेख सोहित और पवन सोनी ने इस कार्यालय के माध्यम से अपने पासपोर्ट बनवाए। चौहान ने कहा कि केंद्र शासन के सहयोग से मध्यप्रदेश को ऐसी सुविधाएं मिल रही हैं जिनके बारे में कुछ वर्ष पूर्व सोचना भी मुश्किल था।
उन्होंने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी विदेश मंत्री थे, उस समय मध्यप्रदेश को पहले पासपोर्ट कार्यालय की सुविधा मिली थी। चौहान ने कहा कि पहले पासपोर्ट बनवाने के लिए 42 दिन की प्रतीक्षा सूची थी, जो अब घटकर 3 दिन की रह गई है तथा इसे और कम करने के प्रयास जारी हैं। (भाषा)