इंदौर (मध्यप्रदेश)। जिले के सांवेर क्षेत्र में कथित रूप से घटिया निर्माण के कारण एक पुल में खराबी का मामला सामने आया है। पुल बनाने के लिए सरकारी खजाने से करीब 90 लाख रुपए खर्च किए गए थे। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि जिला मुख्यालय से कोई 15 किलोमीटर दूर असरावद बुजुर्ग गांव में पुल के कोने की सड़क हाल ही में धंस गई।
मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को अमली जामा पहनाने का जिम्मा मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण (एमपीआरआरडीए) के पास है। एमपीआरआरडीए के महाप्रबंधक अनुपम सक्सेना ने कहा कि असरावद बुजुर्ग गांव में बना पुल पूरी तरह सुरक्षित है। केवल इसके कोने की सड़क के एक हिस्से में खराबी आई है। उन्होंने बताया कि चूंकि यह पुल अभी ठेकेदार की रखरखाव अवधि में है इसलिए उससे ही इसकी मरम्मत कराई जा रही है। (भाषा)