भोपाल। इंदौर में चूड़ी विक्रेता पिटाई मामले में पीएफआई और एसडीपीआई के होने की बात सामने आने के बाद अब इस पर बैन लगाने की तैयारी की जा रही है। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि देश विरोधी गतिविधियों में शामिल PFI संगठन पर बैन लगाने की मांग को लेकर मुस्लिम समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें आवेदन दिया है, जिस पर विभागीय स्तर पर चर्चा कर शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा। वहीं गृहमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में कानून का राज है किसी को भी साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने नहीं दिया जाएगा।
एसडीपीआई के मूल संगठन पीएफआई पर विभिन्न असामाजिक और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लंबे समय से लगते आए है। इतना ही नहीं, पीएफआई के खिलाफ आरोप यह भी हैं कि विभिन्न इस्लामी आतंकवादी समूहों के साथ उसके कथित संबंध हैं।
इस संगठन का नाम लगातार हिंसा के मामलों में जुड़ता आया है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 23 फरवरी से 26 फरवरी के बीच फैले हिंसक दंगों के मामले में दिल्ली पुलिस ने अदालत में जो प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पेश की, उसमें भी इस बात का जिक्र था कि दंगे में पीएफआई का भी हाथ था।